लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department of Uttar Pradesh) में शिक्षक भर्ती (teacher recruitment) प्रकरण को लेकर कुछ युवक बीते 37 घंटे से पानी की टंकी पर चढ़कर धरना दे रहे हैं. उन्होंने बुधवार की पूरी रात टंकी पर ही गुजारी. 37 घंट के बाद भी वह टंकी से उतरने के लिए तैयार नहीं हैं. वह टंकी पर बैठकर नारेबाजी कर रहे हैं. प्रशासन द्वारा उन्हें मनाने के प्रयास किए गए, जो विफल रहे. युवकों की मांग है कि प्रदेश में चल रही सहायक शिक्षकों की भर्ती में 22 हजार अतिरिक्त पद जोड़े जाएं.
जानकारी के मुताबिक यह युवक प्रदेश के बीएड और बीटीसी कॉलेजों से पास ऑउट छात्र हैं. बुधवार दोपहर को यह लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय के पीछे बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए. इस कार्यालय में बेसिक शिक्षा निदेशक समेत विभाग के अन्य अधिकारी बैठते हैं. इन्होंने पूरी रात पानी की टंकी पर ही गुजारी. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार बेसिक शिक्षा विभाग (Basic education department) के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करें.
इन युवकों की तरफ से बीते 53 दिन से प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदेश भर से आए इन युवकों के द्वारा बीते दिनों भाजपा कार्यालय के सामने से लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर भी प्रदर्शन किया गया. इनके प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी से भी हो चुकी है, लेकिन इतने प्रयासों के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला. कोई नतीजा न निकल पाने से नाराजगी यह प्रदर्शनकारी पानी की टंकी पर चढ़े हैं. उनकी मांग है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तब तक वह प्रदर्शन जारी रखेंगे.
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उत्तर प्रदेश में 69000 सहायक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में इन अभ्यर्थियों की ओर से 22000 रिक्त पदों को भी इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल किए जाने की मांग उठाई जा रही है. इन छात्रों का कहना है कि हजारों बीएड व बीटीसी छात्र बेरोजगार भटक रहे हैं. इन पदों को भर्ती प्रक्रिया में जोड़ने से उन्हें नौकरी पाने का अवसर मिल जाएगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यूपी राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं और जल्द ही भर्ती दी जाएगी एवं शिक्षा मित्रों को एक और मौका दिया जाएगा.
उनका कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले 2 वर्षों से कोई नई भर्ती नहीं हुई है, जो 68500 और 69000 शिक्षकों की भर्ती हुई है, वह सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने की वजह से हुई है. आरटीआई से प्राप्त डाटा के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में अब भी डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं.
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