लखनऊ: राजधानी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर सभी हैरान हैं. मामला कुछ यूं है कि एक महिला की गोद काफी समय से सूनी थी, जिसको लेकर अक्सर वह परेशान रहने लगी थी. पति ने अपनी पत्नी को खुश रखने के लिए कुछ अलग ही जाल बुन डाला. आरोपी पति ने अपने घर से दूर एक महिला के मासूम बच्चे को चुरा लिया और उसके बाद अपनी पत्नी की गोद में ले जाकर दे दिया, लेकिन पत्नी को आरोपी पति ने बच्चा चुराने की बात नहीं बताई थी. पत्नी भी बच्चे को पाकर काफी खुश हो गई. यह खुशी अभी कुछ ही दिन थी कि पुलिस बच्चे की तलाश करते हुए आरोपी तक पहुंच गई. मुखबिर की सूचना पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही मासूम बच्चे को भी बरामद कर लिया.
मूलरूप से सीतापुर के रहने वाली सुधारा देवी ने 1 जुलाई को चिनहट कोतवाली में शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने बताया था कि वह तिवारीगंज विरेंद्र कुमार के मकान में किराए पर अपने 6 बच्चों के साथ निवास करती हैं. एक जुलाई को उनका 3 साल का बच्चा घर के दरवाजे पर खेल रहा था. इस दौरान वह घर में काम करने में जुटी हुई थीं. इसी बीच उनका बच्चा दरवाजे के पास खेलने के दौरान गायब हो गया. जिसके बारे में उनको जानकारी नहीं लगी. उन्होंने अपने बच्चे को आस-पास तलाश किया, लेकिन किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिली. तब पुलिस से मदद की गुहार लगाई. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते ही बच्चे की तलाश में अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया था.
इसे भी पढ़ें- कार सवार बदमाशों ने किया किसान का अपहरण, बेटे ने दर्ज कराया मुकदमा
इंस्पेक्टर घनश्याम मणि त्रिपाठी ने बताया कि तिवारीगंज इलाके में 1 जुलाई को सुबह एक 3 वर्षीय मासूम संदिग्ध परिस्थितियों में घर के दरवाजे के पास से लापता हो गया था. जिसकी पीड़िता के द्वारा अपहरण होने की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था. पुलिस इस मामले में गहनता से छानबीन कर रही थी. तभी पुलिस को 9 दिनों बाद सोमवार को मुखबिर तंत्र से सूचना मिली. पुलिस टीम ने इंदिरा नहर के पास घेराबंदी कर आरोपी गोविंद यादव को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर उसके घर से चोरी किए हुए मासूम को भी बरामद किया.