लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प के साथ यहां पर पढ़ने वाले छात्रों की प्रतिभा को निखारने का भी काम शुरू कर दिया है. बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, ग्रेडेड रीडिंग बुक्स के जरिए छात्रों में पढ़ने और आसानी से सीखने की प्रवृत्ति को विकसित किया जाएगा. इस किताब की भाषा को बहुत ही सरल रखा गया है. इससे बच्चे आसानी से सीख सकेंगे.
अभिभावकों के सामने दिखाया जाएगा रिजल्ट
प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के रिपोर्ट कार्ड अब स्कूल में उनके अभिभावकों के सामने दिखाए जाएंगे. पूरे साल कक्षा में छात्रों ने पढ़ाई कर कौन सा ग्रेड हासिल किया है, इसकी जानकारी शिक्षक विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्रों और उनके अभिभावकों के सामने पेश करेंगे. बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षा कौशल बढ़ाने के लिए अभी हाल में एसएटी का आयोजन किया था. इसमें छात्रों को ए से लेकर ई ग्रेड तक दिया गया. इसमें जिन छात्रों को डी और ई ग्रेड मिला है, उनके लिए स्कूलों में अलग से रेमेडियल कक्षाएं चलाई जाएंगी.
छात्रों की प्रगति की रियल टाइम होगी मॉनिटिरिंग
परिषदीय विद्यालय के छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रदेश सरकार शिक्षा प्रणाली में लगातार बदलाव कर रही है. सरकार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की प्रगति की जांच के लिए रियल टाइम मॉनिटिरिंग की व्यवस्था शुरू की है. इससे कमजोर छात्रों को पहचान कर उनके लिए अलग से कक्षाओं का संचालन किया जाएगा.