लखनऊ : उत्तर प्रदेश में माफिया के लिये योगी सरकार (Yogi government) कैसे काल बनी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते साढ़े सात वर्षों में मुख्तार अंसारी, कुंटू सिंह व खान मुबारक जैसे जरायम की दुनिया के बेताज बादशाहों के खासमखास 9 शूटरों को मार गिराया गया. यही नहीं कोर्ट में 12 माफिया और 29 उनके सहयोगीयों को दोष सिद्ध कराकर 29 को आजीवन कारावास, कठोर कारावास और 2 को फांसी की सजा दिलवाई गई है.
यूपी पुलिस ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया है कि 197 माफिया और उनके सहयोगियों पर गुंडा एक्ट लगा है. 405 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगा है और 16 के खिलाफ एनएसए लगाया गया है. माफिया के विरूद्ध कार्यवाही की विस्तृत जानकारी सामने आई है. सीएम योगी द्वारा अपराध और अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए इनके आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त किए जाने के उद्देश से एंटी माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया, जिसके तहत प्रदेश के 62 माफियाओं को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.
यूपी पुलिस के मुताबिक, प्रदेश के 21 मुकदमों में 12 माफिया और 29 उनके सहयोगी अपराधी, यानी कुल 41 को दोष सिद्ध कराया गया है, जिनमें से 02 को मृत्युदंड (फांसी) की सजा हुई है और बाकी अन्य को आजीवन कारावास, कठोर कारावास, अर्थदंड से दंडित कराया गया है.
प्रेस नोट के अनुसार, प्रदेश स्तर पर 62 चिन्हित माफिया और उनके गैंग के सदस्य व सहयोगियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए, इनके द्वारा अपराध से अर्जित की गई 2524 करोड़ से अधिक की संपत्ति का जब्तीकरण और ध्वस्तीकरण या अवैध कब्जे से मुक्त कराए जाने की कार्रवाई भी कराई गई है. इन माफिया और उनके सहयोगियों में से 197 के खिलाफ गुंडा एक्ट, 405 के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट, 16 के विरूद्ध एनएसए, 282 के विरुद्ध 110जी सीआरपीसी की कार्रवाई, 63 के विरुद्ध गैंग पंजीकरण की कार्यवाही, 70 अपराधियों को जिलाबदर एवं 24 की जमानत निरस्तीकरण और 311 की हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ-साथ 318 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए जाने की कार्रवाई की गई है.
यूपी पुलिस ने इन वर्षों में 9 खूंखार माफिया व उनके गुर्गों को मुठभेड़ में मार गिराया है, जिसमें बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे हरिकेश यादव, राकेश पांडेय उर्फ हनुमान, लालू यादव, अलीशेर व कामरान को अलग-अलग मुठभेड़ में ढेर किया गया है. इसी तरह पश्चिमी यूपी में अपराध का पर्याय बन चुके बिल्लू दुजाना व उसके सिपहसलार राकेश को भी मुठभेड़ में मार गिराया गया. खान मुबारक का गुर्गा परवेज, कुंटू सिंह का गुर्गा कन्हैया विश्वकर्मा भी पुलिस के एनकाउंटर में मारा गया है.
यूपी पुलिस ने न सिर्फ अपराधियों की गिरफ्तारी की, बल्कि उन्हें सजा दिलाए जाने के लिये कोर्ट में मजबूती से पैरवी कर सजा भी दिलवाई. सजा पाने वाले यूपी में जिन माफिया के नाम टॉप पर हैं उनमें मुख्तार अंसारी, अजीत सिंह, विजय मिश्रा, अनिल दुजाना, आकाश जाट व उसके गुर्गे अमित भूरा व विपुल उर्फ खुन्नी, ध्रुव सिंह कुंटू व उसके गुर्गे बलिकरन, मुन्ना सिंह और संग्राम सिंह समेत 11 सहयोगी, मुनीर व उसका साथी रैयान, योगेश भदौड़ा व उसके साथी अंकित और लीलू, सुन्दर भाटी व उसके 10 सहयोगी, अमित कसाना व एजाज शामिल हैं.
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