लखनऊ: केजरीवाल के यूपी सरकार के कामकाज पर सवाल खड़ा करने और उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव लड़ने की घोषणा पर योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने केजरीवाल पर कई सवाल दागे. उन्होंने कहा कि केजरीवाल जो मुंगेरीलाल के सपने देख रहे हैं, उन्हें उत्तर प्रदेश की आबादी और दिल्ली की आबादी की तुलना करते हुए सरकार के कामकाज का आंकलन करना चाहिए, हकीकत सामने आ जाएगी. इन घोषणाओं से पहले उन्हें अपने ऑक्सीमीटरों से यूपी की जमीन पर अपनी ऑक्सीजन की भी जांच करवा लेनी चाहिए थी.
2022 के बाद केजरीवाल के सपने
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि आज दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने प्रेस करके कुछ घोषणाएं की हैं. एक मशहूर कहावत है, जिसे कहते हैं मुंगेरीलाल के हसीन सपने. 2022 के बाद इस मुहावरे को चेंज किया जाएगा, तब इसे केजरीवाल के हसीन सपने कहा जायेगा. उन्होंने कहा कि अब केजरीवाल का दावा है कि उनके ऑक्सीमीटर निकले हुए हैं. पूरे उत्तर प्रदेश में उनके ऑक्सीमीटर निकले हैं. सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि वह अपने ऑक्सीमीटरों से कह देते तो आपका भी ऑक्सीजन उत्तर प्रदेश की भूमि पर जांच कर कर लेते. इसके बाद घोषणाएं करते तो आपके लिए अच्छा होता.
सपने देखने से रोका नहीं जा सकता
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि लेकिन लोकतंत्र है सभी का स्वागत करना चाहिए. उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए उनका भी स्वागत है, इसमें कोई आपत्ति नहीं है. आगे उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी की डींगें मारने की आदत है. केजरीवाल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की जनता ने दिल्ली में कोविड मैनेजमेंट की सराहना की है, शासन की सराहना की है. इसी के आधार पर यूपी की जनता उन्हें चुनाव लड़ने के लिए बुला रही है. योगी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि यह सपने उन्हें कहां से आए. उन्होंने कहा कि मुंगेरी लाल के सपने हैं तो उसे रोका भी नहीं जा सकता.
हाईकोर्ट की टिप्पणी पर केजरीवाल दें जवाब
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिंह ने कहा कि केजरीवाल जी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में कोविड मैनेजमेंट पर ही टिप्पणियां की थी. हाईकोर्ट ने कहा था जब कोविड का मामला बढ़ रहा था तो आप क्यों नहीं जागे. दिल्ली हाईकोर्ट की यह टिप्पणी दिल्ली सरकार पर है, जिसकी आप दुहाई दे रहे हैं. कोर्ट ने फिर कहा था कि पिछले 18 दिनों में जिन लोगों ने अपने परिवार को खोया है, क्या वह उन्हें इसका जवाब दे पाएंगे कि जब शहर में मामले बढ़ रहे थे तब प्रशासन ने कदम क्यों नहीं उठाए. इसका जवाब केजरीवाल जी को देना चाहिए क्योंकि वह कोविड मैनेजमेंट के बारे में दुहाई दे रहे हैं.
दिल्ली की आबादी 2 करोड़ तो यूपी की 24 करोड़
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि पता नहीं किस आधार पर उन्होंने कोविड मैनेजमेंट की तुलना उत्तर प्रदेश से की है. दिल्ली में दो करोड़ की आबादी है. उत्तर प्रदेश 24 करोड़ की आबादी वाला राज्य है. उन्होंने कहा कि हमारा क्षेत्रफल भी बहुत बड़ा है, मगर दो करोड़ की आबादी वाले दिल्ली में कोविड-19 के मरीज 6 लाख होते हैं. तब 24 करोड़ आबादी वाले उत्तर प्रदेश में 5 लाख 66 हजार कोविड-19 के पेशेंट आते हैं. उन्होंने कहा कि आप तुलना करिए, इसका प्रतिशत निकालिए और इसका जवाब दीजिए.
यूपी से जांच के मामले में भी दिल्ली पीछे
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक दो करोड़ से अधिक कोरोना की जांच की जा चुकी है. वहीं दिल्ली में महज 72 लाख जांच हुई है. फिर भी आप कह रहे हैं कि हमारा कोविड मैनेजमेंट बहुत बढ़िया है. उन्होंने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी ने दो एम्स दिए हैं. आप पुराना ही नहीं संभाल पा रहे हैं. यूपी में 52 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं. केजरीवाल सरकार ने कितना किया, जवाब दीजिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 45 प्रतिशत बेरोजगारी है. उन्होंने कहा कि आपके दिल्ली में 1000 स्कूल हैं और यूपी में डेढ़ लाख स्कूल हैं.
यूपी की जनता को मूर्ख मत समझें
केजरीवाल पर टिप्पणी करते हुए सिद्धार्थनाथ ने कहा कि केजरीवाल यूपी की जनता को बहुत मूर्ख समझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग वैसे नहीं हैं. आपने तो पूर्वांचलियों पर टिप्पणी की थी, उसके लिए अपने माफी भी नहीं मांगी है. केजरीवाल ने कहा था कि पूर्वांचली 500 के टिकट पर आते हैं, इलाज कराकर चले जाते हैं. इस वजह से दिल्ली वालों को इलाज नहीं मिल पा रहा है.
बेनकाब हो चुके केजरीवाल
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि केजरीवाल की भ्रमित करने की आदत है. उन्होंने कहा कि आप यूपी में नहीं बल्कि दिल्ली की जनता के बीच भी बेनकाब हो चुके हैं, इसलिए अब यह फरेब नहीं चलने वाला है. यूपी की समझदार जनता सब समझती है. अखिलश यादव के रामलला के दर्शन करने के एलान पर उन्होंने कहा कि मुझे कोई दिक्कत नहीं हैं.