लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी सरकार पर जमकर बरसे. तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने सरकार को चारों तरफ से घेरा. विकास योजनाओं, नौकरी देने, कोविड काल में अव्यवस्थाओं समेत सरकार के कामकाज पर तंज कसते उन्होंने सरकार को युवा विरोधी बताया.
नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने सरकार के कामकाज पर कहा कि यह सरकार रोजगार विरोधी है. प्रवक्ताओं की भर्ती प्रक्रिया 2016 में शुरू हुई. वह अभी तक पूरी नहीं हो सकी है. सरकार कह रही है कि उसने बेरोजगारी दूर कर दी है, लेकिन ये सिर्फ विज्ञापन तक ही सीमित है. प्रदेश में बैंक से लोन लेने में पसीना छूट जाता है. बेरोजगार त्राहि-त्राहि कर रहा है. इको गार्डन में धरना दे रहा है, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है.
शायरी के माध्यम से बीजेपी सरकार पर निशाना साधते उन्होंने कहा कि 'तुम रोक न सकोगे तूफान, अभी तक एक अखिलेश थे अब हर युवा अखिलेश बन लड़ेगा'. वहीं, चौधरी ने क्रय केंद्र पर खरीद नहीं होने का आरोप लगाकर सरकार को घेरा. क्रय केंद्रों पर फोन करते-करते हम थक चुके हैं, लेकिन अधिकारी घर बैठे हैं. सरकार को चाहिए कि यह निर्धारित कर दे कि एमएसपी से कम कीमत पर गेहूं धान खरीद करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रदेश का किसान त्राहिमाम कर रहा है.
योगी सरकार पर निशाना साधते रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार कहती है चारों तरफ विकास हो रहा है, लेकिन जमीन पर विकास गायब है. विकास खोजे नहीं मिल रहा है. सच तो यह है कि प्रदेश में अखिलेश सरकार में विकास हुआ है. अखिलेश ने इंटरनेशनल स्टेडियम, मेट्रो, JPNIC और कितना काम कराया है. वहीं, बीजेपी सरकार ने सिर्फ नाम बदलकर विकास किया है. सरकार गोशाला बना रही है. प्रदेश के किसी हिस्से में घूम लीजिये तो छुट्टा गोवंशों का झुंड दिखाई देगा. तमाम गोवंश मर गए. यह सरकार जब से आई तब से जनता की जान की आफत आ गई.
सीएम योगी पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि पूरा प्रदेश श्मशान बन गया था. कोविड काल में दवा नहीं मिल पा रही थी. दवाओं की कालाबाजारी हो रही थी. मुख्यमंत्री योगी समेत पूरी सरकार बंगाल चुनाव में व्यस्त थी. जब तक प्रचार करके लौटे तब प्रदेश की आधी जनसंख्या समाप्त हो गई.
इसे भी पढें- यूपी के अगले सीएम होंगे अखिलेश यादवः रामगोविंद चौधरी