लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत उत्तर प्रदेश का भ्रष्टाचार निवारण संगठन लगातार कार्रवाई कर रहा है. वर्ष 2020 के शुरुआती 8 महीने में भ्रष्टाचार को लेकर 150 से अधिक कर्मचारियों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ओर से की गई कार्रवाई के तहत 18 लोक सेवकों को गिरफ्तार किया गया है.
गृह विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन को भ्रष्टाचारी कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगठन को निर्देशित किया है कि जिन अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही उनके खिलाफ ट्रैप की कार्रवाई की जाए.
अब तक के आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2020 में 31 जुलाई तक की अवधि में भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने रिश्वत लेते हुए 18 लोक सेवकों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इसी अवधि में 150 से अधिक अधिकारियों कर्मचारियों के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने को लेकर प्रभावी कार्रवाई की गई है. पिछले 8 महीनों में जिन लोगो के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उसमें 33 पुलिसकर्मी व 117 अन्य कर्मी शामिल है.
ये हैं महत्वपूर्ण बिंदु
- अब तक 2020 में भ्रष्टाचार को लेकर 150 कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई.
- इस कार्रवाई में 33 पुलिसकर्मी व 117 अन्य कर्मी शामिल है.
- कार्रवाई के तहत 18 लोक सेवकों को गिरफ्तार किया गया है.
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को 3 साल पूरे हो गए हैं. ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने में कामयाब न रही हो, लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ योगी सरकार के 3 वर्षों के कार्यकाल में खूब कार्रवाई हुई हैं.
सीएम योगी के 3 साल के कार्यकाल पर नजर दौड़ाई तो हर वर्ष भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में इजाफा हुआ है. वर्ष 2017 में कुल 53 ट्रैप किए गए, जिनमें से 7 पुलिस विभाग व 467 अन्य विभागों के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. जिसके तहत 6 लाख 32 हजार रुपया बरामद किया गया. वर्ष 2018 में ट्रैप की संख्या बढ़कर 80 हो गई. जिसमें से 7 कार्रवाई पुलिस विभाग व 73 कार्रवाई अन्य विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई. जिसके तहत 15,44,000 रुपये बरामद किया गया.
वर्ष 2019 में कार्रवाई की संख्या 100 हो गई. जिसमें से पुलिस विभाग के भ्रष्टाचारियों पर 14 ट्रैप की कार्रवाई की गई. वहीं, अन्य विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ 86 कार्रवाई की गई. जिसके तहत 17 लाख 22 हजार रुपए बरामद किए गए. वहीं 2020 के 8 महीनों में 150 सफल ट्रैप की कार्रवाई की गई है.