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सीएम योगी ने बनाया रिकॉर्ड, यूपी में बीजेपी के सबसे लंबे समय तक रहने वाले बने मुख्यमंत्री

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Published : Mar 3, 2020, 1:01 PM IST

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारों में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड बनाया है. सीएम योगी 19 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में 3 साल पूरे करेंगे. इससे पहले यह रिकॉर्ड दो बार यूपी के सीएम रहे कल्याण सिंह के पास था. वह पहली बार 165 दिन तक सीएम रहे तो दूसरे कार्यकाल में 2 साल 52 दिन तक वह मुख्यमंत्री के पद पर रहे थे.

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यूपी में बीजेपी के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारों में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड योगी आदित्यनाथ ने बनाया है. योगी आदित्यनाथ को इसी साल 19 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में 3 साल पूरे हो जाएंगे. अब तक उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकारों के जो भी मुख्यमंत्री रहे उनका इतना लंबा कार्यकाल नहीं रहा. इससे पहले उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह सबसे लंबे समय तक भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रहे थे. कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. पहली बार 165 दिन तक सीएम रहे तो दूसरे कार्यकाल में 2 साल 52 दिन तक वह मुख्यमंत्री के पद पर रहे, जबकि तीसरे मुख्यमंत्री बने बीजेपी के राम प्रकाश गुप्ता 351 दिन तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन रहे. वहीं चौथे मुख्यमंत्री के रूप में राजनाथ सिंह एक साल 131 दिन तक मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश को अपनी सेवाएं दे पाए.

यूपी में बीजेपी के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ.

योगी आदित्यनाथ ने चुनौतियों पर पाया पार
बात पूर्ववर्ती बीजेपी की सरकारों की हो या फिर वर्तमान की योगी आदित्यनाथ की सरकार, चुनौती पहले भी थी चुनौती अब भी हैं. पहले की सरकारें गठबंधन के साथ थीं. 2017 के चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला तो गठबंधन का संकट नहीं रहा, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं रहीं. तमाम तरह की समस्याएं रहीं बल्कि बीजेपी के अंदर तमाम विरोधियों का सामना करने की चुनौतियों से योगी आदित्यनाथ पार पाते गए.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लंबे समय तक बीजेपी के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम बना डाला. 19 मार्च को वह अपनी सरकार के 3 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं. यूं तो उत्तर प्रदेश जैसे देश के सबसे बड़े राज्य में भाजपा के चार मुख्यमंत्री हुए दो बार कल्याण सिंह मुख्यमंत्री हुए, एक बार राम प्रकाश गुप्ता एक बार फिर राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री हुए, लेकिन 2017 के विधानसभा के चुनाव हुए तो भाजपा पूर्ण बहुमत में आई. योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया.

विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं सीएम योगी
खास बात यह है कि पहले के मुख्यमंत्रियों के सामने गठबंधन चुनौती थी, लेकिन अब चुनौती गठबंधन नहीं है. यही बड़ी बात है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 3 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, जो चुनौतियां हैं उस पर पार पा रहे हैं. पार्टी के अंदर से लेकर सरकार चलाने में आने वाली तमाम अन्य तरह की समस्याएं उनके सामने हैं. बीजेपी के विधायकों की तरफ से भी बगावती तेवर देखने को मिले, लेकिन योगी आदित्यनाथ इन सबसे से पार पाते हुए आगे बढ़ते रहे.

नोएडा को विकास के रास्ते पर ले जाने का किया काम
मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी बताया कि मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कार्यपद्धती ठीक की. मुख्यमंत्री का शानदार कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और डिफेंस कॉरिडोर सहित तमाम काम हुए. पूर्व के जो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव-मायावती नोएडा जाते भी नहीं थे. नोएडा जाने के डर से कुर्सी चली जाने का डर था, यह मिथक योगी आदित्यनाथ ने तोड़ा है. 10 बार वह नोएडा गए और नोएडा को भी विकास से जोड़ा. नोएडा को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है. उत्तर प्रदेश राज्य मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत हो रहा है.

इसे भी पढ़ें-बेसिक शिक्षा विभाग में 24 से अधिक अधिकारियों के तबादले, सूची जारी

बीजेपी के अंदर से भी तमाम बार बगावत के स्वर भी सुनाई दिए, लेकिन योगी आदित्यनाथ इन सुरों को भी दबाने की महारत हासिल की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह थे. उस समय राम मंदिर का विषय था तमाम अन्य तरह की चुनौतियां थीं. अटल बिहारी वाजपेयी से उनके रिश्तों को लेकर तमाम तरह के सवाल उठते रहे. वह उत्तर प्रदेश के इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री नहीं बने जितने लंबे समय तक योगी आदित्यनाथ बने. 3 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ तमाम अन्य तरह की चुनौतियों से पार पाते हुए आगे बढ़ रहे हैं.

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने बताया कि अगर हम पिछले मुख्यमंत्रियों से तुलना करेंगे तो वह परिस्थितियां अलग थीं. केंद्र में सरकार दूसरी होती थी और प्रदेश में सरकारी दूसरी होती थी. सपा-बसपा की जब सरकारी थी तो उत्तर प्रदेश में तो जातिवाद हावी रहा. इस बात को मानता हूं कि योगी आदित्यनाथ जब से आए हैं, उन्होंने विकास पर फोकस किया है और विकास के मुद्दे को लेकर ही वह आगे बढ़ रहे हैं. 3 साल बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है, जो राजनीति जाति पर आधारित थी वह अब विकास की राह पर आगे बढ़ रही है. आगे भी इसी के संकेत मिल रहे हैं.

इन मुख्यमंत्रियों का ये रहा कार्यकाल
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के चार मुख्यमंत्री हुए जिनमें कल्याण से दो बार, रामप्रकाश गुप्ता एक बार, राजनाथ सिंह एक बार मुख्यमंत्री हुए.

कल्याण सिंह -24 जून 1991 से 6 दिसंबर 1992 तक (165 दिन)
कल्याण सिंह- 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक (दो साल 52 दिन)
रामप्रकाश गुप्ता- 12 नवंबर 1999 से 28 अक्टूबर 2000 तक (351 दिन तक )
राजनाथ सिंह- 28 अक्टूबर 2000 से 8 मार्च 2002 तक (1 साल 131 दिन तक)
योगी आदित्यनाथ- 19 मार्च 2017 से अब तक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारों में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड योगी आदित्यनाथ ने बनाया है. योगी आदित्यनाथ को इसी साल 19 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में 3 साल पूरे हो जाएंगे. अब तक उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकारों के जो भी मुख्यमंत्री रहे उनका इतना लंबा कार्यकाल नहीं रहा. इससे पहले उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह सबसे लंबे समय तक भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रहे थे. कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. पहली बार 165 दिन तक सीएम रहे तो दूसरे कार्यकाल में 2 साल 52 दिन तक वह मुख्यमंत्री के पद पर रहे, जबकि तीसरे मुख्यमंत्री बने बीजेपी के राम प्रकाश गुप्ता 351 दिन तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन रहे. वहीं चौथे मुख्यमंत्री के रूप में राजनाथ सिंह एक साल 131 दिन तक मुख्यमंत्री के रूप में उत्तर प्रदेश को अपनी सेवाएं दे पाए.

यूपी में बीजेपी के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ.

योगी आदित्यनाथ ने चुनौतियों पर पाया पार
बात पूर्ववर्ती बीजेपी की सरकारों की हो या फिर वर्तमान की योगी आदित्यनाथ की सरकार, चुनौती पहले भी थी चुनौती अब भी हैं. पहले की सरकारें गठबंधन के साथ थीं. 2017 के चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला तो गठबंधन का संकट नहीं रहा, लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं रहीं. तमाम तरह की समस्याएं रहीं बल्कि बीजेपी के अंदर तमाम विरोधियों का सामना करने की चुनौतियों से योगी आदित्यनाथ पार पाते गए.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लंबे समय तक बीजेपी के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम बना डाला. 19 मार्च को वह अपनी सरकार के 3 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं. यूं तो उत्तर प्रदेश जैसे देश के सबसे बड़े राज्य में भाजपा के चार मुख्यमंत्री हुए दो बार कल्याण सिंह मुख्यमंत्री हुए, एक बार राम प्रकाश गुप्ता एक बार फिर राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री हुए, लेकिन 2017 के विधानसभा के चुनाव हुए तो भाजपा पूर्ण बहुमत में आई. योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया.

विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं सीएम योगी
खास बात यह है कि पहले के मुख्यमंत्रियों के सामने गठबंधन चुनौती थी, लेकिन अब चुनौती गठबंधन नहीं है. यही बड़ी बात है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री 3 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, जो चुनौतियां हैं उस पर पार पा रहे हैं. पार्टी के अंदर से लेकर सरकार चलाने में आने वाली तमाम अन्य तरह की समस्याएं उनके सामने हैं. बीजेपी के विधायकों की तरफ से भी बगावती तेवर देखने को मिले, लेकिन योगी आदित्यनाथ इन सबसे से पार पाते हुए आगे बढ़ते रहे.

नोएडा को विकास के रास्ते पर ले जाने का किया काम
मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी बताया कि मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कार्यपद्धती ठीक की. मुख्यमंत्री का शानदार कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और डिफेंस कॉरिडोर सहित तमाम काम हुए. पूर्व के जो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव-मायावती नोएडा जाते भी नहीं थे. नोएडा जाने के डर से कुर्सी चली जाने का डर था, यह मिथक योगी आदित्यनाथ ने तोड़ा है. 10 बार वह नोएडा गए और नोएडा को भी विकास से जोड़ा. नोएडा को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है. उत्तर प्रदेश राज्य मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत हो रहा है.

इसे भी पढ़ें-बेसिक शिक्षा विभाग में 24 से अधिक अधिकारियों के तबादले, सूची जारी

बीजेपी के अंदर से भी तमाम बार बगावत के स्वर भी सुनाई दिए, लेकिन योगी आदित्यनाथ इन सुरों को भी दबाने की महारत हासिल की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह थे. उस समय राम मंदिर का विषय था तमाम अन्य तरह की चुनौतियां थीं. अटल बिहारी वाजपेयी से उनके रिश्तों को लेकर तमाम तरह के सवाल उठते रहे. वह उत्तर प्रदेश के इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री नहीं बने जितने लंबे समय तक योगी आदित्यनाथ बने. 3 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ तमाम अन्य तरह की चुनौतियों से पार पाते हुए आगे बढ़ रहे हैं.

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने बताया कि अगर हम पिछले मुख्यमंत्रियों से तुलना करेंगे तो वह परिस्थितियां अलग थीं. केंद्र में सरकार दूसरी होती थी और प्रदेश में सरकारी दूसरी होती थी. सपा-बसपा की जब सरकारी थी तो उत्तर प्रदेश में तो जातिवाद हावी रहा. इस बात को मानता हूं कि योगी आदित्यनाथ जब से आए हैं, उन्होंने विकास पर फोकस किया है और विकास के मुद्दे को लेकर ही वह आगे बढ़ रहे हैं. 3 साल बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है, जो राजनीति जाति पर आधारित थी वह अब विकास की राह पर आगे बढ़ रही है. आगे भी इसी के संकेत मिल रहे हैं.

इन मुख्यमंत्रियों का ये रहा कार्यकाल
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के चार मुख्यमंत्री हुए जिनमें कल्याण से दो बार, रामप्रकाश गुप्ता एक बार, राजनाथ सिंह एक बार मुख्यमंत्री हुए.

कल्याण सिंह -24 जून 1991 से 6 दिसंबर 1992 तक (165 दिन)
कल्याण सिंह- 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक (दो साल 52 दिन)
रामप्रकाश गुप्ता- 12 नवंबर 1999 से 28 अक्टूबर 2000 तक (351 दिन तक )
राजनाथ सिंह- 28 अक्टूबर 2000 से 8 मार्च 2002 तक (1 साल 131 दिन तक)
योगी आदित्यनाथ- 19 मार्च 2017 से अब तक

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