लखनऊ : योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस प्रदेश के बारे में विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की थी कि यहां मई में हर दिन एक लाख से अधिक नए कोरोना मरीज सामने आएंगे, वहां बीते 24 घंटो में 1,497 मरीज पाए गए हैं. दैनिक मरीजों की यह संख्या 24 अप्रैल को आये 38 हजार 55 मरीजों की पीक स्थिति के सापेक्ष 36 हजार से अधिक की कमी आ चुकी है. बीते 24 घंटों में पांच हजार 491 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. इस तरह अब तक कुल 16 लाख 37 हजार 944 प्रदेशवासी कोरोना से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं.
प्रशिक्षण पर जोर
सीएम योगी ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी के क्रम में मानव संसाधन का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है. नोएडा और लखनऊ में आज से मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण प्रारम्भ हो रहा है. इसी तरह एक जून से पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग भी शुरू हो रही है, इसे यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाए.
'बच्चों के लिए घर-घर दवाई पहुंचायी जाए'
बरसात के मौसम को देखते बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के बेहतर इंतज़ाम किये जा रहे हैं. कोरोना मरीजों की तर्ज पर अब बच्चों की विभिन्न बीमारियों के त्वरित उपचार के लिए घर-घर दवाएं उपलब्ध करायी जाएंगी. बच्चों के मेडिकल किट वितरण की तैयारी यथाशीघ्र पूरी कर अगले पखवारे से वितरण प्रारंभ कर दिया जाएगा.
अब 61 जिलों में कोरोना कर्फ्यू में ढील
कोरोना के कम होते संक्रमण दर के मद्देनजर पहले 600 एक्टिव केस से कम संख्या वाले 55 जिलों को कोरोना कर्फ्यू से छूट दी गई थी. ताजा स्थिति के अनुसार सोनभद्र, देवरिया, बागपत, प्रयागराज, बिजनौर और मुरादाबाद जिले में कुल एक्टिव केस की संख्या 600 से कम हो गई है. ऐसे में अब इन जिलों में भी सप्ताह में पांच दिन सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी जाएगी. साप्ताहिक व रात्रिकालीन बन्दी सहित अन्य सभी संबंधित नियम इन जिलों में लागू होंगे. वर्तमान में 61 जिलों में कोरोना कर्फ्यू से छूट दी गई है.
'कोरोना म्यूटेशन पर अध्ययन जरूरत'
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना म्यूटेशन के संबंध में गहन अध्ययन की आवश्यकता है. अनेक संस्थानों द्वारा विभिन्न मानकों पर अध्ययन किया भी जा रहा है. ऐसे में सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट के सहयोग से प्रदेश में कोरोना की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए. इस वैज्ञानिक अध्ययन के निष्कर्ष भविष्य में इस महामारी से बचाव में निश्चित ही उपयोगी सिद्ध होंगे.
सीएम योगी ने सीरो सर्वे के दिये निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से प्रदेश में कुल संक्रमित हुए लोगों, स्वस्थ हुए लोगों, एंटीबॉडी आदि के सम्बंध में 'सीरो सर्वे' कराया जाना आवश्यक है. इस संबंध में चार जून से प्रदेश में सैंपलिंग प्रारंभ होगी. इससे लिंग और आयु सहित अलग-अलग पैमाने पर संक्रमण की स्थिति का आंकलन हो सकेगा. यह कार्य तेजी से किया जाए. जून के अंत तक इस सर्वे के परिणाम प्राप्त होने की उम्मीद है.
ज्यादा पैसे वसूलने वाले अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
सीएम योगी ने कहा कि आपदाकाल में कुछ निजी अस्पतालों द्वारा कोविड संक्रमित मरीजों से ज्यादा पैसे वसूले जाने की शिकायत मिली है. अस्पतालों ने व्यवस्था का उल्लंघन तो किया ही है, यह संवेदनहीनता भी है. ऐसे निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. हर एक शिकायत की जांच करते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के सभी अस्पतालों में सेवारत स्टाफ निर्धारित गणवेश में ही रहें. उनके गणवेश पर उनका नाम, पदनाम अवश्य लिखा हो ताकि मरीज और परिजनों को सुविधा हो.
एथेनॉल प्लांट स्थापना के लिए सिंगल विंडो पोर्टल शुरू होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एथेनॉल प्लांट की स्थापना के लिए सिंगल विंडो प्रणाली आधारित ऑनलाइन पोर्टल संचालित किया जाए. उद्यमियों के आवेदन पर अधिकतम 15 दिवस के भीतर निर्णय ले लिया जाना चाहिए. अन्यथा की स्थिति में डीम्ड स्वीकृति के आधार पर उन्हें प्लांट स्थापना की अनुमति होगी.
इसे भी पढ़ें - कोविड मरीज की मौत के बाद थमाया 19 लाख का बिल, शव देने से किया मना