लखनऊ: कोविड-19 महामारी की वजह से साल 2020 भविष्य में हमेशा दुःखद याद दिलाएगा. वहीं इस महामारी के दौरान जो लोग आगे आकर काम किए उन्हें बहुत अच्छे रूप में याद किया जाएगा. बात करते हैं सूबे की योगी सरकार की. यूपी सरकार ने कोविड के दौरान आई हर तरह की चुनौतियों को स्वीकार किया. खासतौर पर सीएम योगी ने रात दिन काम किया. इससे उन्होंने खुद की ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की भी अलग छवि उभार कर देश और दुनिया में पहुंचाई. ऐसा भी नहीं है कि सरकार के लिए सब अच्छा ही रहा. साल के शुरुआती दिनों में सीएए के प्रदर्शनकारियों से मजबूत लड़ाई लड़ी. सरकार इस साल कई कानून लेकर आई और कुछ महतवपूर्ण निर्णय लिए. कई क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है.
साल 2020 की बड़ी घटनाओं पर एक नजर सरकार का पर्यटन पर जोरअयोध्या में हुआ भव्य राम मंदिर कता भूमि पूजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के पर्यटन को बढ़ाने के लिए धार्मिक क्षेत्रों के विकास पर खास फोकस किया. अयोध्या में दीपावली और वाराणसी में देव दीपाली का भव्य आयोजन किया जा रहा है. बाबा विश्वनाथ और भगवान राम की नगरी के विकास के लिए हजारों करोड़ की योजनायें लाई गईं. उनपर काम हो रहा है. मथुरा वृंदावन को केंद्र को रखकर ब्रज क्षेत्र का विकास किया जा रहा है. इन सबके साथ सभी धार्मिक स्थलों के विकास के लिए धर्मार्थ कार्य विभाग में निदेशालय का गठन किया जाएगा. इसी दिसम्बर माह में ही कैबिनेट ने निदेशालय के गठन संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी है. निदेशालय का मुख्यालय वाराणसी के काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के भवन में होगा. निदेशालय का उप कार्यालय गाजियाबाद स्थित कैलाश मानसरोवर भवन में होगा. सरकार के प्रयासों का नतीजा ही रहा है कि घरेलू पर्यटकों के मामले में उत्तर प्रदेश देश मे पहला स्थान हासिल किया है.
विवादों में रही जब सरकारकानपुर बिकरू कांड किसी सरकार के लिए ही नहीं बल्कि समाज पर भी एक बड़ा धब्बा है. विकास दुबे गैंग ने आठ पुलिस वालों की हत्या कर दी. इसके बाद विपक्ष ने सरकार पर जोर से प्रहार किया. कानून व्यवस्था ध्वस्त होने की बात कहकर सीएम योगी से इस्तीफे की पेशकश तक कर डाली. सरकार सख्त हुई. बिकरू कांड से जुड़े एक-एक कर अपराधी मारे जाने लगे. विकास दुबे समेत अन्य के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद सरकार एक बार फिर निशाने पर गई. फेक एनकाउंटर के आरोप में सरकार को विपक्ष के तीखे हमलों का सामना करना पड़ा. इसी प्रकार योगी सरकार को हाथरस कांड में भी मुसीबतों से दो-चार होना पड़ा.
जब सरकार ने उठाए कठोर कदमसीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार उस वक्त सुर्ख़ियों में आई, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़, आगजनी करने वालों से वसूली करने की बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे उसकी भरपाई उन्हीं लोगों से की जाएगी. सीएम योगी के इस बयान से विपक्षी दल देश भर में हमलावर हो गए. आक्रामक योगी के 'बदला' शब्द पर लोगों जबरदस्त आपत्ति जताई. इसके कुछ माह बाद ही योगी सरकार उत्तर प्रदेश लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली अध्यादेश 2020 लेकर आई. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मंजूरी मिलने के साथ यह कानून प्रदेश में लागू है.
यूपी में हुआ डिफेंस एक्सपोयोगी सरकार के कामकाज को देखते हुए डिफेंस एक्सपो के लिए केंद्र सरकार ने यूपी को चुना. लखनऊ में डिफेंस एक्सपो से न केवल यूपी में निवेश की सम्भावनाएं बढ़ीं, बल्कि राज्य की अच्छी छवि दुनिया भर में गई. औद्योगिक विकास क्षेत्र में सरकार ने बेहतरीन काम किया है. इसके साथ ही सरकार ने एमएसएमई सेक्टर में बाहर से आए लाखों श्रमिकों को रोजगार दिलाया. एमएसएमई सेक्टर की इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए लोन मेला के माध्यम से ऋण उपलब्ध उपलब्ध कराया.
फिल्म सिटी की घोषणायूपी में फिल्म सिटी का निर्माण योगी सरकार ने प्रदेश में फिल्म सिटी की घोषणा की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह घोषणा भी काफी सुर्खियां बटोरने वाली रही. दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया की सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश में बनाई जाएगी. यह बाद महाराष्ट्र वालों को नागवार गुजरी और इस पर खूब राजनीति हुई. फिल्मी हस्तियों ने सीएम योगी से मुलाकात की. कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. फिल्म सिटी मथुरा वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किलोमीटर दूर पर बनेगी. यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के सेक्टर 21 में लगभग एक हजार एकड़ जमीन पर इसका विकास होगा. इसमें 220 एकड़ कमर्शियल एक्टिविटी के लिए रिजर्व रहेगा. एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी नोएडा में बन रहा है.
लव जिहाद पर भी मचा बवालउत्तर प्रदेश में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को रोकने के लिए योगी सरकार धर्मांतरण विरोधी कानून लेकर आई है. 'उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश- 2020' को कैबिनेट में पास होने के बाद कानून के रूप में इसे राज्य में लागू कर दिया गया है. इस कानून के तहत यदि कोई छल, कपट, धोखे और दबाव में किसी युवती से शादी करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया गया है. यदि इसमें दोष सिद्ध हुआ तो दोषी को कम से कम एक वर्ष और अधिकतम पांच वर्ष की सजा भुगतनी होगी.
इसके साथ ही न्यूनतम 15 हजार का जुर्माना भी भरना होगा. वहीं अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति की महिला के प्रकरण में आरोपी को 10 साल तक की सजा और 50 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है. सरकार के इस कानून को लेकर भी विपक्ष योगी आदित्यनाथ पर हमलावर रहा है. कई विपक्षियों ने यहां तक कहा कि यह कानून अधिकारों का हनन करने वाला है.
योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि देश और दुनिया के लिए बहुत जटिलताओं भरा साल रहा है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के लिए साल के शुरुआती दिनों में संघर्षों का दिन रहा है. लेकिन जिस प्रकार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार ने काम किया. सभी समस्याओं का मुकाबला किया. उससे साल के अंत तक प्रदेश के लिए अच्छे दिन आ गए. प्रदेश सरकार ने ना केवल कोरोना महामारी से लड़कर जीत हासिल की, बल्कि प्रदेश के विकास में भी नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. प्रदेश सरकार वर्ष 2020 में 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती करने में सफल रही है. यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है. इससे पहले माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती, नलकूप ऑपरेटरों की भर्ती हो या श्रमिकों को रोजगार देने की बात. सरकार ने बेहतर काम किया है.
जानकारी देते बीजेपी प्रवक्ता और मंत्री भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता डॉ. समीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही भाजपा की सरकार ने हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है. सरकार और संगठन मिलकर कोरोना जैसे महामारी को परास्त किया. वहीं लोगों को रोजगार देने में भी योगी सरकार ने अपने कार्यों के माध्यम से उच्च आदर्श स्थापित किए हैं.वरिष्ठ पत्रकार विजय उपाध्याय ने बताया कि 2020 के शुरुआत में सरकार के कामकाज को लेकर सवाल उठ रहे थे. लेकिन जैसे ही कोरोना आया तो सरकार ने जिस तरह से परफारमेंस दी, सरकार ने बेहतर तैयारी की, चिकित्सा सुविधाएं व्यवस्थित की, कोरोना टेस्ट को लेकर के बहुत अच्छा काम किया. अब दिसम्बर में कह सकता हूं कि योगी ने एक आदर्श सरकार चलाई है. इससे बेहतर और क्या हो सकता था शायद लोग सुझाव नहीं दे सकते हैं.