लखनऊः एलयू के इंस्टीट्यूट ऑफ वूमेंस स्टडीज और जेंडर सेंसटाइजेशन सेल ने मालवीय हॉल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में 'चूज टू चैलेंज' और 'बी स्पेशल, बी यू' थीम रही. यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय उनकी पत्नी श्रीमती संगीता राय और मां श्रीमती राजेश्वरी राय के साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहीं.
इंस्टीट्यूट ऑफ वूमेंस स्टडीज की समन्वयक डॉक्टर अर्चना शुक्ला ने महिला दिवस के अंतरराष्ट्रीय थीम से सबको अवगत कराया. इस दौरान छात्र बैंड रूबरू ने विशेष संगीत प्रदर्शन, जेंडर सेंसटाइजेशन सेल की समन्वयक डॉ रोली मिश्रा का संगीत प्रदर्शन और अंग्रेजी विभाग के डॉ रानू उनियाल ने कविता पाठ कर सभी का मन मोह लिया. जेंडर सेंसिटाइजेशन सेल ने "साइलेंट वॉइसेज" के नाम से एक बहुत ही विशेष पुस्तक भी जारी की, जो लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के संघर्ष और अस्तित्व की कहानियों का संकलन है. डॉक्टर दुर्गेश श्रीवास्तव, निदेशक आईपीपीआर, डॉक्टर अनुपमा सिंह, डॉक्टर रोली मिश्रा, साइलेंट वॉयस के संपादक द्वय, और डॉ चंद्रसेन, जेनसैन सेल के साथ कुलपति और उनकी पत्नी ने इस विशेष पुस्तक का उद्घाटन किया.
इस मौके पर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि महिलाओं ने उन्हें बचपन से लेकर आज तक के जीवन में विभिन्न तरीकों से प्रभावित किया है. उन्होंने याद किया कि कैसे मजबूत और शक्तिशाली महिलाओं की उपस्थिति ने उनके प्रति उनके दृष्टिकोण और विश्वदृष्टि को आकार दिया है. उन्होंने विश्वविद्यालय की सभी महिलाओं को मल्टीटास्कर, मजबूत और उत्कृष्ट उदाहरण पेश करने पर बधाई दी. उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें विश्वविद्यालय में लिंग आधारित भेदभाव का सामना कभी भी नहीं करना पड़ेगा. इसके साथ ही सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं भी दी.