लखनऊः आईपीएस अधिकारी डॉ. अजय पाल शर्मा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. शासन ने विजिलेंस टीम को निर्देशित किया है कि डॉ. अजय पाल शर्मा के खिलाफ FIR दर्ज कर आरोपों की जांच की जाए. जहां एक ओर गौतम बुद्ध नगर के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण के आरोपों में डॉ. अजय पाल शर्मा घिरते नजर रहे हैं. वहीं खुद को अजय पाल शर्मा की पत्नी बताने वाली दीप्ति शर्मा ने अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शासन के निर्देश पर दीप्ति शर्मा की तहरीर के आधार पर हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
कई धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा
दीप्ति ने अजय पाल शर्मा पर धारा 409, 201 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. FIR में आईपीएस अधिकारी डॉ. अजय पाल शर्मा सहित चंदन राय, उप निरीक्षक विजय यादव तथा दो अज्ञात शामिल हैं. दीप्ति शर्मा के आरोपों के बाद कार्रवाई करते हुए शासन ने एफआईआर दर्ज करवाई है.
दीप्ति शर्मा ने खुद को बताया डॉ. अजय पाल शर्मा की पत्नी
दीप्ति ने तहरीर में अपने आपको डॉ. अजय पाल शर्मा की पत्नी बताया है. दीप्ति शर्मा राजेंद्र नगर साहिबाबाद, गाजियाबाद की रहने वाली हैं. इनका कहना है कि वर्ष 2016 में इनकी शादी अजय से हुई थी. उस वक्त अजय पाल शर्मा गाजियाबाद में एसपी सिटी के पद पर तैनात थे. दीप्ति का कहना है कि अजय पाल शर्मा के अन्य संबंधों के चलते उनके संबंध खराब हुए, जिसकी शिकायत पुलिस और महिला आयोग से की थी.
लगाए हैं गंभीर आरोप
दीप्ति ने मुकदमा दर्ज कराने के साथ-साथ अजय पाल शर्मा पर यह भी आरोप लगाया है कि अजय पाल शर्मा के कहने पर 8 दिसंबर 2019 को कुछ लोग इनके घर पर आए. इसमें अजय पाल शर्मा के दोस्त बृजेश राणा सहित कई अन्य लोग शामिल थे. ये लोग घर में घुसकर लैपटॉप, डीवीआर, टैब तथा अन्य सामान उठा ले गए. दीप्ति का कहना है कि इस घटना के बाद उन्होंने तत्कालीन आईजी रेंज से शिकायत भी की थी.
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भ्रष्टाचार की शिकायत पर शासन सख्त
जहां डॉ. अजय पाल शर्मा पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं नोएडा के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण द्वारा 5 आईपीएस अधिकारियों पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की गई है. एसआईटी ने अजय पाल शर्मा पर लगाए गए आरोपों को सही पाया है. इसके बाद शासन ने विजिलेंस को अजय पाल शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच करने के निर्देश दिए हैं. वहीं इस मामले में आरोपी आइपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार और मुख्य सचिव के पूर्व निदेशक मीडिया, दिवाकर खरे के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश जारी किए गए हैं.