लखनऊ: तुम बस पैसे बचा लो... यह लिख राजधानी में रहने वाली एक मां ने अपने दो नौनिहाल बच्चों की हत्या कर खुद आत्महत्या कर ली. जब पति नौकरी से वापस घर पहुंचा तो दरवाजा बंद मिला. खिड़की से शवों को कमरे में देख उसके पैरो तले से जमीन खिसक गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ तीनों शवों को बाहर निकाला. अपने बच्चों के शवों को देख कर पिता भी अपनी जान देने की कोशिश करने लगा. हालांकि पुलिस ने उसे बचा लिया. पुलिस ने तीनों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक, गौतमपल्ली थानांतर्गत मार्टिन के पुरवा इकाई में जिम खाना क्लब में वेटर की नौकरी करने वाला बिहार निवासी रवि कुमार बीते एक वर्ष से किराए के घर में रहता था. घर में उसके अलावा उसकी तीस वर्षीय पत्नी सौम्या, 3 वर्ष का बेटा विराट और डेढ़ साल की बेटी अंशु रहती थी. गुरुवार देर रात रवि कुमार जब जिम खाना क्लब से नौकरी कर घर आया तो उसे उसका दरवाजा बंद मिला. खिड़की से देखने पर उसकी पत्नी और दो बच्चों के शव मिले. रवि कुमार का शोर सुन अन्य किरायदारों ने पुलिस को इसकी सूचना दी.
मौत का असल कारण बनी पहली: डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि रवि कुमार 2020 को बिहार के मुजफ्फरपुर से लखनऊ आया था. अलग अलग जगह किराए पर रहने के बाद वह बीते एक वर्ष से इसी किराए के घर पर रहता था. फिलहाल प्रथम दृष्टया लग रहा है कि सौम्या सिंह ने पहले अपने दो बच्चों को मारा और फिर खुद आत्महत्या कर ली. तीनों शवों को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद मौत की असल वजह सामने आएगी.
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पति के पैसे बचाने से नाराज थी सौम्या: गौतमपल्ली इंस्पेक्टर के मुताबिक, रवि कुमार की पत्नी सौम्या सिंह अक्सर इस बात से नाराज रहती थी, कि वह अपनी सैलरी का बड़ा हिस्सा बचा रहा था. इतना ही नहीं जब वह किसी चीज की मांग करती थी तो रवि विवशता जताता था. ऐसे में गुरुवार को जब रवि जिम खाना नौकरी के लिए गया था. तब सौम्या ने मिथिला भाषा में एक लेटर लिखा था. जिसमें उसने पति से कहा था कि 'अब तुम बस पैसे ही बचा लो', जिसके बाद सौम्या ने अपने दोनो बच्चों को मार कर खुद आत्महत्या कर ली. पुलिस ने लेटर को जांच के लिए भेज दिया है.
बच्चों की लाश देख पिता देने जा रहा था जान: रवि कुमार जिस घर पर किराए में अपने परिवार के साथ रहता है. वहां रहने वाली महिला ने बताया कि देर रात जब पुलिस ने महिला और उसके दो बच्चों के शव कमरे से बाहर निकाले तो रवि कुमार चिल्ला चिल्ला कर रोने लगा था. इतना ही नहीं वह खुद की भी जिंदगी खत्म करना चाहता था. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने उसे बचा लिया.
रोजाना बच्चों को देख मोहल्ले वाले होते थे खुश: मोहल्ले की एक अन्य महिला ने बताया कि वैसे तो पति पत्नी किसी से भी बातचीत नहीं करते थे, लेकिन उनका भला पूरा परिवार बहुत खुश था. रवि शाम को नौकरी पर जाता था. ऐसे में रोजाना दिन में नौकरी जाने से पहले अपने बेटे और बेटी को दुकान से टॉफी दिलाता था. बस तब ही रवि और उसके बच्चों को एक साथ देखा जाता था. यह कहते हुए महिला रोने लगी. उन्होंने रोते हुए कहा कि वो अपने बच्चों के साथ बहुत खुश था. लेकिन न जाने सौम्या ने कैसे बच्चों की हत्या कर आत्महत्या कर ली. देखते ही देखते एक परिवार खत्म हो गया.
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