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Assembly Election 2022 : भाजपा के वर्चस्व वाली लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर क्या खुल सकेगा सपा-बसपा का खाता - लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर चुनावी समीकरण

पिछले तीन चुनावों पर नजर डालें तो 2002 में भाजपा के विद्यासागर गुप्ता ने समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा को हराकर यह सीट भाजपा के नाम की थी. कांग्रेस के कुश भार्गव तीसरे स्थान पर रहे. निर्दल प्रत्याशी अमित पुरी को चौथा स्थान मिला था. भाजपा के विद्यासागर गुप्ता को 23429 मत, रविदास मेहरोत्रा को 1090 मत, कांग्रेस के कुछ भागों को 9728 मत तथा निर्दल प्रत्याशी अमित पुरी को 8619 मत प्राप्त हुए थे.

भाजपा की वर्चस्व वाली लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर क्या खुल सकेगा सपा-बसपा का खाता
भाजपा की वर्चस्व वाली लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर क्या खुल सकेगा सपा-बसपा का खाता
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Published : Sep 24, 2021, 7:36 AM IST

Updated : Sep 24, 2021, 8:19 AM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की विधानसभा सीट संख्या 173 पूर्वी लखनऊ लंबे अरसे से भाजपा के वर्चस्व वाली सीट रही है. पिछले तीन चुनावों से भाजपा ने यहां लगातार जीत दर्ज की है.

देखना यह है कि इस बार भी इस सीट पर भाजपा का करिश्मा कायम रहेगा या दूसरे दलों की दावेदारी रंग लाएगी. वर्तमान समय में इस सीट पर भाजपा के आशुतोष टंडन विधायक हैं जो आदित्यनाथ सरकार में नगर विकास मंत्री भी हैं.

लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 443301है. इस क्षेत्र की कुल जनसंख्या 582585 है जिसमें 224794 पुरुष, 196195 महिला वोटर हैं. किन्नर मतदाताओं की संख्या सिर्फ 14 है.

पिछले 5 साल में यहां 188000 मतदाताओं की संख्या बढ़ी है जबकि पुनरीक्षण के दौरान 59917 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं. इससे यह बात साफ हो गई है कि नए मतदाताओं का रुझान ही परिणाम तय करेगा.

लखनऊ पूर्व विधान सभा से सपा और बसपा का कभी खाता नहीं खुला. हांलाकि सपा पिछले चार-पांच विधानसभा चुनावों से दूसरे नंबर पर रही है. इस विधानसभा क्षेत्र के प्रमुखनगर इंदिरानगर बी. ब्लॉक, चिनहट, मुंशीपुलिया, पॉलिटेक्निक हैं.

इन इलाकों की एक जैसी समस्याएं हैं. बारिश में जलभराव, जाम और सीवरेज साफ न होना यहां की प्रमुख समस्याओं में से एक रहा है. इस सीट पर 1951 में लखनऊ पूर्व से कांग्रेस के चन्द्र भानू गुप्ता पहले विधायक बने.

40 साल बाद यहां राजनीतिक बदलाव आया और भारतीय जनता पार्टी को विजय मिली. वर्ष 1991 से लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. वर्ष 2002 में भाजपा के विद्यासागर गुप्ता ने समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा को हराकर यह सीट भाजपा के नाम की थी.

यह भी पढ़ें : Up Assembly Election 2022: सियासत में फंसी सैकड़ों करोड़ की परियोजना, वित्तीय अनुमोदन का इंतजार

कांग्रेस के कुश भार्गव तीसरे स्थान पर रहे. निर्दल प्रत्याशी अमित पुरी को चौथा स्थान मिला था. भाजपा के विद्यासागर गुप्ता को 23429 मत, रविदास मेहरोत्रा को 1090 मत, कांग्रेस के कुछ भागों को 9728 मत तथा निर्दल प्रत्याशी अमित पुरी को 8619 मत प्राप्त हुए थे.

2007 के विधानसभा चुनाव में पुनः भाजपा के विद्यासागर गुप्ता ने 18892 मत पाकर जीत दर्ज की जबकि समाजवादी पार्टी के फकीर सिद्दीकी को 18261 मत प्राप्त हुए 4 ग्राम बसपा के गोपाल नारायण मिश्र 14076 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के सुधीर एस. हलवासिया को 13786 मत पाकर तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा.

2012 के चुनाव में भाजपा के कलराज मिश्रा 68726 मत पाकर विजई हुए. दूसरे स्थान पर रही सपा की जूही सिंह को 45908 मत प्राप्त हुए थे. कांग्रेस के रमेश श्रीवास्तव 35227 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे.

चौथे स्थान पर रहे बसपा के कैप्टन के सी त्रिपाठी 28040 मत मिले थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के आशुतोष टंडन गोपाल जी 126480 मत पाकर विजयी हुए थे.

लखनऊ पूर्वी विधानसभा संख्या 173
कुल जनसंख्या 582585
कुल मतदाता443301
कुल पुरुष मतदाता224794
कुल महिला मतदाता196195
कुल किन्नर मतदाता14

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की विधानसभा सीट संख्या 173 पूर्वी लखनऊ लंबे अरसे से भाजपा के वर्चस्व वाली सीट रही है. पिछले तीन चुनावों से भाजपा ने यहां लगातार जीत दर्ज की है.

देखना यह है कि इस बार भी इस सीट पर भाजपा का करिश्मा कायम रहेगा या दूसरे दलों की दावेदारी रंग लाएगी. वर्तमान समय में इस सीट पर भाजपा के आशुतोष टंडन विधायक हैं जो आदित्यनाथ सरकार में नगर विकास मंत्री भी हैं.

लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 443301है. इस क्षेत्र की कुल जनसंख्या 582585 है जिसमें 224794 पुरुष, 196195 महिला वोटर हैं. किन्नर मतदाताओं की संख्या सिर्फ 14 है.

पिछले 5 साल में यहां 188000 मतदाताओं की संख्या बढ़ी है जबकि पुनरीक्षण के दौरान 59917 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं. इससे यह बात साफ हो गई है कि नए मतदाताओं का रुझान ही परिणाम तय करेगा.

लखनऊ पूर्व विधान सभा से सपा और बसपा का कभी खाता नहीं खुला. हांलाकि सपा पिछले चार-पांच विधानसभा चुनावों से दूसरे नंबर पर रही है. इस विधानसभा क्षेत्र के प्रमुखनगर इंदिरानगर बी. ब्लॉक, चिनहट, मुंशीपुलिया, पॉलिटेक्निक हैं.

इन इलाकों की एक जैसी समस्याएं हैं. बारिश में जलभराव, जाम और सीवरेज साफ न होना यहां की प्रमुख समस्याओं में से एक रहा है. इस सीट पर 1951 में लखनऊ पूर्व से कांग्रेस के चन्द्र भानू गुप्ता पहले विधायक बने.

40 साल बाद यहां राजनीतिक बदलाव आया और भारतीय जनता पार्टी को विजय मिली. वर्ष 1991 से लगातार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. वर्ष 2002 में भाजपा के विद्यासागर गुप्ता ने समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा को हराकर यह सीट भाजपा के नाम की थी.

यह भी पढ़ें : Up Assembly Election 2022: सियासत में फंसी सैकड़ों करोड़ की परियोजना, वित्तीय अनुमोदन का इंतजार

कांग्रेस के कुश भार्गव तीसरे स्थान पर रहे. निर्दल प्रत्याशी अमित पुरी को चौथा स्थान मिला था. भाजपा के विद्यासागर गुप्ता को 23429 मत, रविदास मेहरोत्रा को 1090 मत, कांग्रेस के कुछ भागों को 9728 मत तथा निर्दल प्रत्याशी अमित पुरी को 8619 मत प्राप्त हुए थे.

2007 के विधानसभा चुनाव में पुनः भाजपा के विद्यासागर गुप्ता ने 18892 मत पाकर जीत दर्ज की जबकि समाजवादी पार्टी के फकीर सिद्दीकी को 18261 मत प्राप्त हुए 4 ग्राम बसपा के गोपाल नारायण मिश्र 14076 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के सुधीर एस. हलवासिया को 13786 मत पाकर तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा.

2012 के चुनाव में भाजपा के कलराज मिश्रा 68726 मत पाकर विजई हुए. दूसरे स्थान पर रही सपा की जूही सिंह को 45908 मत प्राप्त हुए थे. कांग्रेस के रमेश श्रीवास्तव 35227 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे.

चौथे स्थान पर रहे बसपा के कैप्टन के सी त्रिपाठी 28040 मत मिले थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के आशुतोष टंडन गोपाल जी 126480 मत पाकर विजयी हुए थे.

लखनऊ पूर्वी विधानसभा संख्या 173
कुल जनसंख्या 582585
कुल मतदाता443301
कुल पुरुष मतदाता224794
कुल महिला मतदाता196195
कुल किन्नर मतदाता14
Last Updated : Sep 24, 2021, 8:19 AM IST
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