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..तो 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा से जुदा हो सकती हैं राहें : निषाद पार्टी

ईटीवी भारत से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने खास बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने निषादों को आरक्षण दिलाने सहित कई वादों को पूरा नहीं किया. इससे आगामी 2022 के चुनाव में पार्टी भाजपा से किनारा कर सकती है.

.तो 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा से जुदा हो सकतीं हैं राहें : निषाद पार्टी
.तो 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा से जुदा हो सकतीं हैं राहें : निषाद पार्टी
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Published : Jun 1, 2021, 4:20 PM IST

Updated : Jun 1, 2021, 5:14 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार की घटक दल निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इन दिनों सरकार से काफी नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि भाजपा ने सरकार में शामिल होने के बाद निषादों को आरक्षण दिलाने की बात कही थी. सरकार के 4 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ. 2022 के विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में अब सरकार से पहले किए गए वादों को पूरा करने की उम्मीद करना बेमानी है.

..तो 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा से जुदा हो सकती हैं राहें : निषाद पार्टी

सरकार ने पूरा नहीं किया उनसे किया वायदा

ईटीवी भारत से खास बातचीत में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने बताया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उनसे जो भी वादे किए, अभी तक उन्हें पूरा नहीं किया गया. कहा कि निषादों ने 37 लोकसभा सीटों पर 2019 के चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाई. वहीं, 130 से ज्यादा विधानसभा की सीटें हैं जहां निषाद जीत की निर्णायक भूमिका अदा करते हैं. ऐसे में उनसे किए हुए वादे पूरे नहीं हुए तो 2022 के चुनाव में पार्टी की राहें जुदा हो सकती हैं. इसका खामियाजा बीजेपी को भुगतना होगा.

टूटने की कगार पर पहुंचा बीजेपी से निषाद पार्टी का गठबंधन

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद बीजेपी सरकार में होकर भी उनसे नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार ने निषादों को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने का वादा किया था. 4 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक वादा पूरा नहीं हुआ. ऐसे में उत्तर प्रदेश में जातिगत रूप से बड़ी भूमिका अदा करने वाली निषाद पार्टी की राहें अब बीजेपी से जुदा होने को हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि सरकार उनसे लगातार झूठ बोल रही है. अभी तक उनसे किया कोई वादा पूरा नहीं किया गया है. ऐसे में 2022 के चुनाव में साथ रहना मुश्किल है.

यह भी पढ़ें : आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा जीतेगी 300 से अधिक सीट : केशव

निषाद पार्टी को जिसने धोखा दिया, उसका हुआ बड़ा नुकसान

संजय निषाद ने ईटीवी भारत को बताया कि सबसे पहले उनका कांग्रेस के साथ गठबंधन हुआ. कांग्रेस ने उनके साथ धोखा किया. इसका परिणाम हुआ कि कांग्रेसी आज पतन की राह पर है. इसके बाद उनका गठबंधन बहुजन समाज पार्टी से हुआ. मायावती ने भी उनके साथ धोखा किया. इसका परिणाम आज देख सकते हैं कि बसपा की स्थिति क्या हो गई है. सपा ने भी उनके साथ अच्छा नहीं किया जिसका परिणाम उन्हें 2017 के चुनाव में भुगतना पड़ा. अगर बीजेपी भी उनके साथ यही करती है तो उसे 2022 के विधानसभा चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. 130 विधानसभा सीटों पर निषाद जाति निर्णायक भूमिका अदा करती है.

सरकार के कुप्रबंधन से कोरोना काल में हुईं इतनी मौतें

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद में कोरोना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला किया. कहा, सरकार का प्रबंधन ठीक नहीं रहा जिसकी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आलोचना की है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं. सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है. बसपा और सपा की सरकारों ने भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की कोशिश नहीं की है. यही हाल बीजेपी का भी रहा है. इसका खामियाजा इस बार कोरोना की दूसरी लहर में ग्रामीणों को उठाना पड़ा है.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार की घटक दल निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इन दिनों सरकार से काफी नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि भाजपा ने सरकार में शामिल होने के बाद निषादों को आरक्षण दिलाने की बात कही थी. सरकार के 4 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ. 2022 के विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में अब सरकार से पहले किए गए वादों को पूरा करने की उम्मीद करना बेमानी है.

..तो 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा से जुदा हो सकती हैं राहें : निषाद पार्टी

सरकार ने पूरा नहीं किया उनसे किया वायदा

ईटीवी भारत से खास बातचीत में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने बताया कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उनसे जो भी वादे किए, अभी तक उन्हें पूरा नहीं किया गया. कहा कि निषादों ने 37 लोकसभा सीटों पर 2019 के चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाई. वहीं, 130 से ज्यादा विधानसभा की सीटें हैं जहां निषाद जीत की निर्णायक भूमिका अदा करते हैं. ऐसे में उनसे किए हुए वादे पूरे नहीं हुए तो 2022 के चुनाव में पार्टी की राहें जुदा हो सकती हैं. इसका खामियाजा बीजेपी को भुगतना होगा.

टूटने की कगार पर पहुंचा बीजेपी से निषाद पार्टी का गठबंधन

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद बीजेपी सरकार में होकर भी उनसे नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार ने निषादों को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने का वादा किया था. 4 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक वादा पूरा नहीं हुआ. ऐसे में उत्तर प्रदेश में जातिगत रूप से बड़ी भूमिका अदा करने वाली निषाद पार्टी की राहें अब बीजेपी से जुदा होने को हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि सरकार उनसे लगातार झूठ बोल रही है. अभी तक उनसे किया कोई वादा पूरा नहीं किया गया है. ऐसे में 2022 के चुनाव में साथ रहना मुश्किल है.

यह भी पढ़ें : आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा जीतेगी 300 से अधिक सीट : केशव

निषाद पार्टी को जिसने धोखा दिया, उसका हुआ बड़ा नुकसान

संजय निषाद ने ईटीवी भारत को बताया कि सबसे पहले उनका कांग्रेस के साथ गठबंधन हुआ. कांग्रेस ने उनके साथ धोखा किया. इसका परिणाम हुआ कि कांग्रेसी आज पतन की राह पर है. इसके बाद उनका गठबंधन बहुजन समाज पार्टी से हुआ. मायावती ने भी उनके साथ धोखा किया. इसका परिणाम आज देख सकते हैं कि बसपा की स्थिति क्या हो गई है. सपा ने भी उनके साथ अच्छा नहीं किया जिसका परिणाम उन्हें 2017 के चुनाव में भुगतना पड़ा. अगर बीजेपी भी उनके साथ यही करती है तो उसे 2022 के विधानसभा चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. 130 विधानसभा सीटों पर निषाद जाति निर्णायक भूमिका अदा करती है.

सरकार के कुप्रबंधन से कोरोना काल में हुईं इतनी मौतें

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद में कोरोना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला किया. कहा, सरकार का प्रबंधन ठीक नहीं रहा जिसकी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आलोचना की है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं. सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है. बसपा और सपा की सरकारों ने भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की कोशिश नहीं की है. यही हाल बीजेपी का भी रहा है. इसका खामियाजा इस बार कोरोना की दूसरी लहर में ग्रामीणों को उठाना पड़ा है.

Last Updated : Jun 1, 2021, 5:14 PM IST
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