लखनऊः प्रदेश में 'हर घर को जल' के सपने को साकार करने के लिए सरकार प्रयासरत है. इसके अनुसार, वर्ष 2024 तक प्रदेश के हर घर में पाइप के माध्यम से जल पहुंचाने के लिए लगभग 28 लाख मानव संसाधन को प्रशिक्षित किया जाना है. यूपी में कुशल प्लम्बर, टेक्नीशियन, इलेक्ट्रीशियन, पम्प हाउस ऑपरेटर आदि को प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम शुरू हो चुका है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्पों के अनुसार वर्ष 2024 तक पाइप के माध्यम से प्रदेश के ‘हर घर को जल’ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. इसी क्रम में 654 मास्टर ट्रेनर को विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी गई. जो प्रत्येक ब्लाक के चार चार लोगों को प्रशिक्षित करेंगे.
प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा आयोजित मास्टर ट्रेनर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सभी को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी वितरित किया. उन्होंने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 24 पुरूष एवं 24 महिला प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र एवं मानदेय वितरित किया.
उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि जल जीवन मिशन एक बहुत बड़ा कार्य है और इसको साकार रूप देने में इन प्रशिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की घोषणा प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से की थी. उनके संकल्पों को साकार करने में यह प्रशिक्षित मानव संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा.
बुंदेलखंड में पानी पहुंचा कर सरकार ने बदली धारणा
जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में पानी पहुंचाना काफी कठिन काम में माना जाता था, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने इन क्षेत्रों में पानी पहुंचा कर इस धारणा को बदलने का काम किया. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन और अटल भूजल योजना को प्रभावी ढंग से संचालित किया जा रहा है. अटल भूजल योजना को अब प्रदेश के 75 जनपदों में संचालित किया जायेगा. इसके माध्यम से गिरते जलस्तर के कारण डार्क जोन में जाने वाले विकास खण्डों को सेफ जोन में लाया जायेगा. उन्होंने कहा कि पाइप पेयजल योजना में 15 हजार करोड़ रुपये की धनराशि व्यय करके लगभग 3 करोड़ घरों तक पानी पहुंचाना एक बहुत ही बड़ा काम है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनता की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है यही कारण है कि प्रदेश सरकार के मंत्री व अधिकारी लगातार बैठक कर जनता की समस्याओं को दूर करने के प्रयास कर रहे हैं.