लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने के बाद बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी और अल्पसंख्यक कल्याण व वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा के बीच अब टकरार तेज होती दिखाई दे रही है. वसीम रिजवी का मंत्री मोहसिन रजा पर आरोप है कि उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के दफ्तर पर गैरकानूनी तरीके से ताला जड़कर अपने पद का दुरुपयोग करने की कोशिश की है. रिजवी ने इसकी शिकायत सीएम योगी से लिखित तौर पर ऑनलाइन पोर्टल के जरिए दर्ज कराई है.
कोर्ट के आदेश की अवहेलना
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने मंत्री मोहसिन रजा पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने मंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए मंत्री पद और कोर्ट के ऑर्डर की अवहेलना की है. रिजवी का आरोप है कि मोहसिन रजा ने इंदिरा भवन के छठे तल पर पहुंचकर शिया वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नाजायज दबाव बनाने की कोशिश की.
फाइलों को हटाने का बना रहे दबाव
वसीम रिजवी ने मंत्री मोहसिन रजा पर एक बड़ा आरोप और लगाते हुए कहा कि जब मोहसिन रजा कांग्रेस में हुआ करते थे, तब उन्होंने उन्नाव के सफीपुर स्थित अपने परिवारिक वक्फ में वक्फ सम्पतियों को बेचा था, जिसकी फाइलों को वक्फ बोर्ड से हटाने के लिये दबाव बना रहे हैं.
सीएम योगी को बताया ईमानदार
इस दौरान वसीम रिज़वी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा के योगी आदित्यनाथ ईमानदार व्यक्ति हैं, जो निष्पक्ष काम करते हैं. उनकी कार्यशैली के बारे में पूरी दुनिया जानती है. वसीम रिजवी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि हमारी शिकायत अगर सही सबूतों के आधार पर पाई जाती है तो कार्रवाई अवश्य होगी.
हालांकि वसीम रिजवी और मंत्री मोहसिन रजा के बीच टकरार का मामला नया नहीं है. इससे पहले भी वसीम रिजवी और मोहसिन रजा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा चुके हैं.