लखनऊः उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव से पहले पूर्व चैयरमैन वसीम रिजवी और मजलिस उलेमा ए हिंद के महासचिव और प्रसिद्ध धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद के बीच टकरार तेज होती दिखाई देने लगी है. मौलाना ने जहां बयान जारी कर मुतवल्लियों से वसीम को वोट नहीं करने की अपील की है. वहीं, अब वसीम रिजवी ने बयान जारी कर मौलाना कल्बे जवाद को चुनाव लड़ने की चुनौती दी है.
अपने काले कारनामे को छिपाने चाहते हैं मौलाना
वसीम रिजवी ने बयान जारी कर कहा है कि शिया वक्फ बोर्ड की पिछले एक दशक से लड़ाई लड़ रहे मौलाना कल्बे जवाद बोर्ड में अपना आदमी लाना चाहते हैं. मौलाना वक्फ बोर्ड कार्यालय में फाइलों में दबे अपने काले कारनामे और वक्फ से जुड़े हेर-फेर के कागजों को गायब कराना चाहते हैं. वसीम रिजवी ने कहा कि पिछले एक दशक से मौलाना कल्बे जवाद उनपर बेबुनियाद आरोप लगाते रहे हैं, जिससे कि वक्फ बोर्ड में खुद काबिजज हो सकें. मौलाना कल्बे जवाद खुद शिया वक्फ बोर्ड का चुनाव लड़ें और सबको हराकर मेंबर बनकर दिखाएं. उन्होंने कहा कि आखिर मौलाना खुद क्यूं चुनाव से भाग रहे हैं और अन्य मुतवल्लियों को हमको वोट नहीं देने के लिए उकसा रहे हैं.
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बता दें कि यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड में 20 अप्रैल को चुनाव में बोर्ड का गठन होना है. शिया वक्फ बोर्ड पिछले एक साल से भंग चल रहा था, जिसके चुनाव कराए जाने को लेकर लंबे समय से मांग उठ रही थी.
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