लखनऊ: अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने अयोध्या विवाद केस में राजीव धवन को हटाए जाने की बात पर जमीयत उलमा ए हिन्द पर बड़ा आरोप लगाया है. मंगलवार को अपने जारी किए हुए बयान में उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला एकदम नपा और तुला हुआ है जिसमें अब किसी और जीच की कोई गुंजाइश नहीं है.
रिजवी ने कहा कि जो गलत था उसको गलत कहा गया है और जिसका जो हक था. उसको उसका हक अब दे दिया गया है और सबकों अब मालूम है कि रिवीयू पिटीशन से कोई रिजल्ट नहीं निकलना है, लेकिन हिन्दू और मुस्लिम के बीच इस रिवीयू पिटीशन से नफरत का बीज बोना था, जो अब बो दिया गया है.
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वसीम रिजवी ने आगे बोलते हुए कहा कि राजीव धवन साहब बहुत बड़े वकील हैं. जिनकी फीस भी बहुत ज्यादा है और आजकल पाकिस्तान के हालात बहुत खराब है. इसलिए पाकिस्तान से कम चंदा आया होगा. जिसके चलते उनको रिवीयू में नहीं रखा गया और छोटे वकील से नफरत का बीज बोने का काम किया गया.