लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें और आखरी चरण का मतदान आज संपन्न हो गया. शाम 6 बजे तक करीब 55 फीसदी मतदान हुआ है. इस आंकड़े में कुछ बढ़ोतरी भी हो सकती है. 2017 के सातवें चरण और 2012 विधानसभा चुनाव के सातवें चरण की तुलना करें तो तमाम तरह की सियासी तस्वीर नजर आती है. 2012 के सातवें चरण में 57.93 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान हुआ तो यह आंकड़ा करीब डेढ़ फीसदी अधिक जा पहुंचा और मतदान 59.56 फीसदी हुआ था.
सातवें चरण में मिलने वाली दोनों विधानसभा चुनाव की सीटों पर तुलना करें तो तमाम तरह की सियासी उलटफेर देखने को मिल रही है. विधानसभा चुनाव 2012 के सातवें चरण में भाजपा को 4 सीट मिली थी.
विधानसभा चुनाव 2017 हुआ और डेढ़ फीसद अधिक मतदान हुआ तो उसमें बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि 2012 में सपा को 34 सीटें मिली थी. उस सपा को 2017 के सातवें चरण के चुनाव में मात्र 11 सीटें ही मिल पाईं थीं.
यूपी में सियासी परिवर्तन देखने को मिला विधानसभा चुनाव 2022 के आज हुए सातवें चरण के मतदान में जहां 6 बजे तक 55 फीसदी मतदान हुआ है. यह 2017 में हुए मतदान फीसदी से करीब साढ़े 4 फीसदी कम है. देखना दिलचस्प होगा कि इतने कम मतदान से क्या सियासी समीकरण होंगे. विधानसभा चुनाव 2017 के सातवें चरण में भाजपा को 29 सीट, सपा को 11 सीट, बसपा को 6 सीट, अपना दल को 4 सीट, सुभासपा को 3 सीट और निषाद पार्टी को एक सीट मिली थी.
2017 विधानसभा चुनाव के सातवें चरण में सीटों की स्थिति
भाजपा 29
सपा 11
बसपा 06
अपना दल 04
सुभासपा 03
निषाद पार्टी 01
2012 विधानसभा चुनाव के सातवें चरण में सीटों की स्थिति
सपा 34
भाजपा 04
अपना दल 01
बसपा 07
कांग्रेस 03
कौमी एकता दल 02
निर्दलीय 03
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