लखनऊ: दूसरे चरण के लिए कल यानी 14 फरवरी को मतदान होना है. जिसमें 586 प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं इस चरण में योगी सरकार के कई मंत्री तो सपा के बड़े नेता आजम खान सहित कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है और कई जगहों पर रोचक मुकाबले की संभावना जताई जा रही है. बता दें कि इस चरण में सूबे की 9 जिलों की 55 विधानसभा सीटों पर कल मतदान होना है.
खास बात यह है कि 55 विधानसभा सीटों पर कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है तो योगी सरकार के कई मंत्री भी चुनावी मैदान में हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इनमें से कितने मंत्री व नेताओं को जीत नसीब होती है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला के अनुसार ने 5 जनवरी, 2022 को प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार दूसरे चरण में कुल 2,01,42,441 (दो करोड़ एक लाख बयालिस हजार चार सौ इक्तालिस) मतदाता हैं.
इसमें 1,07,61,476 पुरुष मतदाता, 93,79,704 महिला मतदाता और 1,261 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं. उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से 14 फरवरी को दूसरे चरण में मतदान का समय प्रातः 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित किया गया है.
दांव पर लगी इन नेताओं की प्रतिष्ठा
दूसरे चरण के लिए कल यानी 14 फरवरी को मतदान होगा और 55 विधानसभा सीटों पर जनता 586 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेगी. खास बात यह है कि इस दूसरे चरण के चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. इनमें योगी सरकार के कई मंत्री भी चुनावी मैदान में है और दोबारा विधानसभा पहुंचने को लेकर जनता से समर्थन मांग रहे हैं.
इस चरण में योगी सरकार के जो मंत्री चुनावी मैदान में हैं, उनमें वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना शाहजहांपुर से चुनावी मैदान में हैं. सुरेश खन्ना आठ बार के भाजपा के विधायक हैं और 9वीं बार फिर वो मैदान में हैं. इसी तरह राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसी तरह बदायूं से महेश चंद्र गुप्ता जो योगी सरकार में राज्य मंत्री हैं वो एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं.
राज्य मंत्री गुलाब देवी चंदौसी विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं. इसी तरह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और बाद में इस्तीफा देने वाले धर्मपाल सिंह आंवला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं. वह भी कई बार के विधायक हैं.
दांव पर आजम खान की प्रतिष्ठा
वहीं, विपक्षी नेताओं की बात करें तो समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व बड़े मुस्लिम चेहरे पूर्व मंत्री व सांसद आजम खान के परिवार की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव में दांव पर लगी है. वह और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम दोनों चुनाव लड़ रहे हैं. आजम खुद रामपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं. आजम खान कई मामलों में आरोपी होने के चलते सीतापुर जेल में बंद है और जेल में रहते हुए ही उन्होंने अपना नामांकन पत्र भरा था.
ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि रामपुर की जनता आजम खान को विधानसभा पहुंचाती है या नहीं. खास बात यह है कि आजम खान के खिलाफ मोर्चा खोलने और उन्हें जेल भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका का निभाने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना को भाजपा ने आजम खान के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है.
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ऐसे में चुनावी लड़ाई और भी दिलचस्प है. आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम भी चुनावी मैदान में हैं और वह रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. अब्दुल्ला आजम के खिलाफ भाजपा अपना दल गठबंधन से हैदर अली चुनाव लड़ रहे हैं.
साइकिल पर सवार धर्म सिंह सैनी...
योगी सरकार में मंत्री रहे और इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी नकुड़ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. क्षेत्र की जनता इस बार उन्हें फिर चुनती है या फिर भाजपा उम्मीदवार मुकेश चौधरी को विधानसभा भेजने का काम करती है. इस सीट पर भी लड़ाई दिलचस्प है. इसी तरह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में शुमार आशु मलिक सहारनपुर देहात से चुनाव लड़ रहे हैं तो अखिलेश के करीबी संजय गर्ग सहारनपुर से चुनाव मैदान में हैं.
कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता रही और बाद में समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाली सुप्रिया ऐरन बरेली से चुनावी मैदान में हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से विधायक निर्वाचित होने वाले रोशन लाल वर्मा इस बार तिलहर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
इन 9 जिलों में है चुनाव
सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, सम्भल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली तथा शाहजहांपुर की 55 विधानसभा सीटों पर कल मतदान होगा. दूसरे चरण की 55 विधानसभा सीटों में 9 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.
इन 55 विधानसभा सीटों पर होगा मतदान
(01) बेहट, (02) नकुड़, (03) सहारनपुर नगर, (04) सहारनपुर, (05) देवबंद, (06) रामपुर मनिहांरान (अ0जा0), (07) गंगोह, (17) नजीबाबाद, (18) नगीना (अ0जा0), (19) बढ़ापुर, (20) धामपुर, (21) नहटौर (अ0जा0), (22) बिजनौर, (23) चाँदपुर, (24) नूरपुर, (25) कांठ, (26) ठाकुरद्वारा, (27) मुरादाबाद ग्रामीण, (28) मुरादाबाद नगर, (29) कुन्दरकी, (30) बिलारी, (31) चंदौसी (अ0जा0), (32) असमोली, (33) सम्भल, (34) स्वार, (35) चमरव्वा, (36) बिलासपुर, (37) रामपुर, (38) मिलक (अ0जा0), (39) धनौरा (अ0जा0), (40) नौगावां सादात,
(41) अमरोहा, (42) हसनपुर, (111) गुन्नौर, (112) बिसौली (अ0जा0), (113) सहसवान, (114) बिल्सी, (115) बदायूँ, (116) शेखूपुर, (117) दातागंज, (118) बहेड़ी, (119) मीरगंज, (120) भोजीपुरा, (121) नवाबगंज, (122) फरीदपुर (अ0जा0), (123) बिथरी चैनपुर, (124) बरेली, (125) बरेली कैन्टोनमेन्ट, (126) आंवला, (131) कटरा, (132) जलालाबाद, (133) तिलहर, (134) पुवायां, (अ0जा0), (135) शाहजहांपुर तथा (136) ददरौल विधान सभा सीट शामिल हैं.
2017 के विधानसभा चुनाव में इन 55 विधानसभा सीटों पर करीब 65 फीसद मतदान हुआ था. लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जनता कितना मतदान करती है ये तो कल ही पता चलेगा. वहीं, 2017 के विधानसभा चुनाव परिणाम की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी ने 55 सीटों में से 38 पर जीत दर्ज की थी तो समाजवादी पार्टी को 15 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस महज दो सीटों पर सिमट गई थी.
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