लखनऊ: केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरूआत की, जिसके अंतर्गत उन गरीब व्यक्तियों को आशियाना देने की बात कही गई थी, जिनके सिर पर छत नहीं है. इस योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों को आवास मिले हैं, लेकिन आज भी कई पात्र अपने आशियाने की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं.
नहीं मिल पाया पीएम के आवास योजना का लाभ
शुक्रवार को ईटीवी भारत की टीम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले शहरी आवास के रियलिटी चेक पर निकली और राजधानी के नगराम क्षेत्र में पहुंची. नगराम क्षेत्र एक नगर पंचायत क्षेत्र है, जिसमें प्रधानमंत्री आवास डूडा के तहत बनवाया गया है. वहीं ग्राम वासियों का कहना है कि पात्र व्यक्तियों को अब तक आवास नहीं मिल पाए हैं.
इसे भी पढ़ें:- कमलेश तिवारी हत्याकांड: CM योगी से मिला पीड़ित परिवार, मांगें पूरी होने का मिला आश्वासन
बिना छत के रहने को हैं मजबूर
जब ईटीवी ने कई ऐसे घरों में जाकर देखा और यह जानने की कोशिश की कि आखिर किस तरह से ग्रामीण अपने जीवन को व्यतीत कर रहे हैं. ऐसे ही एक घर में हम पहुंचे तो देखा कि बिना छत के एक घर में बुजुर्ग रहती हैं, जो अपने जीवन को उसी टूट-फूटे मकान में बिताने को मजबूर हैं. बुजुर्ग महिला ने बतया कि उन्होंने आवास के लिये आवेदन किया था, लेकिन अभी तक कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी सुध लेने नहीं पहुंचा है.
कई पात्र हैं प्रधानमंत्री आवास योजना से अछूते
अगर बात करें आवास योजना के अछूते पात्र की तो सिर्फ नगराम क्षेत्र की इकलौती समस्या नहीं है बल्कि पूरे नगराम में कई ऐसे पात्र हैं जिनको आवास नहीं मिला है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाले किश्तों के बारे में जब ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को अधिकारियों से बताना चाहा तो केवल उन्हें अब तक आश्वासन ही मिल पाया है. उन्हें एक किश्त के अलावा दूसरी किश्त अब तक मकान नहीं मिल पाई है.
इसे भी पढे़ं:- कमलेश तिवारी हत्याकांड : लखनऊ के होटल से बरामद हुए खून से सने कपड़े और अन्य सामान