लखनऊः वर्ष 1971 में हुआ भारत-पाक युद्ध देश के लिए एक निर्णायक क्षण था, जिसके परिणामस्वरूप दक्षिण एशिया में एक नए देश का निर्माण हुआ. वीर सपूतों की वीरता और बलिदान के सम्मान में नई दिल्ली से रवाना की गई 'विजय मशाल' सोमवार को लखनऊ पहुंची.
आर्मी बैंड ने किया प्रदर्शन
मध्य कमान के जन सम्पर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि लखनऊ कैंट में 'विजय मशाल' पहुंचने पर 1971 युद्ध के वीर जाबांजों और उनके निकटतम परिजनों की उपस्थिति में मध्य यूपी सब एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल राजीव शर्मा ने 'विजय मशाल' का गर्मजोशी से स्वागत किया. 'विजय मशाल' के आगमन पर एक स्मारक दौड़ और आर्मी बैंड द्वारा प्रदर्शन सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए.
उन्होंने बताया कि 'विजय मशाल' अपनी यात्रा में लखनऊ से रवाना होने से पहले उन्नाव और फतेहगढ़ सहित मध्य उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों का भ्रमण करेगी. अपने प्रवास के दौरान, 'विजय मशाल' के सम्मान में, विभिन्न स्कूलों और विश्वविद्यालयों द्वारा कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
अर्पित की जाएगी श्रद्धाजंलि
मध्य कमान के जन सम्पर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि इस भ्रमण के दौरान हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी और 1971 के युद्ध के वीरता पुरस्कार विजेताओं को भी सम्मानित किया जाएगा.