उत्तर प्रदेश: करगिल युद्ध में पाकिस्तानी सैनिकों को हराकर मिली जीत में शहीद हुए सैनिकों को विजय दिवस पर याद किया गया. 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश की रक्षा के लिए जांबाजों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. इस दिवस के उपलक्ष्य में देश और प्रदेश भर में युद्ध में जान गवाने वाले जांबाज शहीदों को याद तक श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
पुष्पचक्र अर्पित कर लेफ्टिनेंट जनरल ने दी श्रद्धांजलि
लखनऊ में विजय दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को छावनी स्थित मध्य कमान के युद्ध स्मारक की स्मृतिका पर माल्यार्पण कर, उन जांबाज वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने, 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान देश की रक्षा के लिए अपनी जान गंवाई थी.
मध्य कमान की जनसंपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि सैन्य अधिकारियों और सैनिकों के साथ सेना के बैंड द्वारा देशभक्ति के गीतों की धुनों के बीच युद्ध स्मारक स्मृतिका पर पुष्प चक्र अर्पित कर जांबाज शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन भी रखा.
शहीदों की स्मृति में निकाली गई मशाल जुलूस यात्रा
गोरखपुर में अमर शहीद क्रांतिकारियों एवं बलिदानियों को समर्पित देश और राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला और खेल महोत्सव आयोजन किया गया. वहीं गुरु कृपा संस्थान और अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में हरिओम नगर तिराहे से तिरंगा मशाल जुलूस चेतना यात्रा निकाली गई.
तिरंगा मशाल जुलूस चेतना यात्रा में शामिल देश भक्त वंदे मातरम, भारत माता की जय के साथ अमर शहीदों के नामों का जयघोष करते नजर आए.
करगिल युद्ध में हरदोई के 100 से ज्यादा सैनिकों ने लिया था हिस्सा
हरदोई जिले में सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में विजय दिवस को बड़ी धूमधाम से पूर्व सैनिकों ने मनाया. 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना ने भारत पाक युद्ध में पाकिस्तान पर विजय प्राप्त की थी और 90000 सैनिकों को बंदी बना लिया था, जिसके बाद बांग्लादेश के रूप में एक अलग राष्ट्र की स्थापना की गयी थी. उस भारत-पाकिस्तान के बीच हुए इस युद्ध में हरदोई जिले के 100 से अधिक सैनिकों ने हिस्सा लिया था.