लखनऊ: रविवार को पूर्व विधायक व सपा राष्ट्रीय सचिव राम गोपाल यादव के करीबी रामेश्वर यादव के बाद अब उनके भाई के खिलाफ विजिलेंस की आगरा इकाई ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर (FIR against former MLA Rameshwar Yadav's brother Jugendra Singh Yadav) दर्ज की. शासन ने वर्ष 2021 में रामेश्वर के भाई जुगेंद्र के खिलाफ खुली जांच के आदेश दिए थे. जुगेंद्र एटा के जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं.
विजिलेंस की आगरा इकाई में तैनात इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह के मुताबिक, शासन ने जुगेंद्र सिंह यादव की संपत्तियों की खुली जांच करने के लिए सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) को 23 फरवरी 2021 को आदेश दिया था. दो वर्ष तक चली जांच के बाद, 16 मार्च 2023 को विजिलेंस ने शासन को आरोप सही पाए जाने की रिपोर्ट सौंप दी थी. इसके बाद रविवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज (Vigilance filed FIR against Jugendra Yadav) की गई.
विजिलेंस इंस्पेक्टर के मुताबिक, जुगेंद्र सिंह यादव ने लोकसेवक के रूप में कार्य करते हुए अपनी आय के समस्त ज्ञात स्रोतों से कुल 49,53,447 रुपये अर्जित किए थे. इस अवधि में उन्होंने चल-अचल संपत्तियों को खरीदने और भरण-पोषण में 5,00,51,135 रुपये व्यय किए. इस तरह उन्होंने अपनी कुल आय से दस गुना अधिक व्यय किया. जब इस संबंध में जुगेंद्र सिंह यादव से स्पष्टीकरण मांगा गया, तो उन्होंने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया. इससे पहले 15 जून को पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह के खिलाफ आगरा विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज की थी.
बता दें, वर्तमान में रामेश्वर यादव और भाई जुगेंद्र जेल में बंद हैं. दोनों के ही खिलाफ कुल 80 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. हाल ही में दोनों की अवैध संपत्तियों को जब्त भी किया गया था. वहीं तीन वर्ष पहले ईडी ने रामेश्वर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था, जिसकी अब भी जांच चल रही है.
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