लखनऊ: राजधानी के गोसाईगंज में मंगलवार को गोमी खेड़ा मजरा रामपुर निवासी किशन का शव मिला था. मामले में मृतक के परिजन पुलिस पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि प्रॉपर्टी डीलर व उसके 6 साथियों ने हत्या कर किशन का शव ट्रैक पर फेंका था.
क्या था मामला
मामला दक्षिणी जोन अंतर्गत आने वाले गोसाईगंज थाने का है, जहां मंगलवार को मोहम्मदापुर गढ़ी के रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध परिस्थितियों में किशन का शव मिला. किशन गोमी खेड़ा के रामपुर गांव का निवासी है. परिजनों के मुताबिक, क्षेत्र के ही रहने वाले कुछ लोगों ने पैसे का लालच देकर किशन से उसकी 15 बिस्वा जमीन लिखवा ली थी. रजिस्ट्री के बाद पैसे की मांग करने पर टालमटोल करने लगे, जिसकी लिखित शिकायत मृतक ने गोसाईगंज थाने में भी की थी, लेकिन पुलिस ने कोई भी एक्शन नहीं लिया.
नहीं की गई पूछताछ
गोसाईगंज पुलिस ने मोहम्मदपुर गढ़ी के प्रॉपर्टी डीलर मोहित कुमार, राम प्रकाश, सावित्री देवी, गुलाब सिंह, सुधीर कुमार, सुधाकर सिंह पटेल व आदित्य साहू खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था. मृतक के भाई ननकऊ का आरोप है कि पुलिस किशन की हत्या को आत्महत्या दिखाना चाहती है. इस वजह से किसी भी नामजद से अभी तक पूछताछ नहीं की गई है.
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पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मृतक के भतीजे शिव करण यादव ने बताया कि शव मिलने के बाद जब हत्या की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तो पुलिस ने पीड़ित परिवार की एक न सुनी. शव को आनन-फानन में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. एडीसीपी दक्षिणी पूर्णेन्दु सिंह ने बताया कि मामले में सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. किशन ने इसके पहले भी दो शिकायतें की थीं, जिन पर कार्रवाई नहीं की गई. उन सभी मामलों की जांच की जा रही है.