लखनऊ : उत्तर प्रदेश में पिछले काफी दिनों से महंगे टमाटर के चलते रसोई का बजट बिगड़ गया था. बहरहाल टमाटर की लोकल आमद बढ़ने से लोगों की रसोई में एक बार फिर टमाटर लौट आया है. ऐसा मैदानी इलाकों में बाढ़ की वजह से मंडी पहुंच रहे लोकल टमाटर की सप्लाई बढ़ने से है. इसका असर टमाटर के दाम पर साफ नजर आ रहा है. टमाटर के अलावा कई हरी सब्जियों के दाम भी कम होने लगे हैं. महंगा बिक रहे शिमला मिर्च के दाम भी कम हुए हैं.
प्रदेश की सब्जी मंडियों में बारिश के कारण सप्लाई में कमी होने के कारण जिस तरह से दामों में उछाल आया था उसके बाद सब्जियों की सप्लाई दोबारा से शुरू होने के बाद फिर से दामों में गिरावट दर्ज की गई है. दामों में गिरावट के बावजूद भी टमाटर, शिमला मिर्च व अन्य के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे थे. बहरहाल अब मंडी में क्षेत्रीय किसानों की सब्जियों की सप्लाई सुचारू रूप से पहुंचने से टमाटर, शिमला मिर्च और अन्य कई सब्जियों के दाम काफी कम हो गए हैं. सामान्य तौर पर इन सब्जियों के दाम 20 से 30 रुपये प्रति किलो होते थे, लेकिन सब्जियों की सप्लाई कम होने की वजह से यह सब्जियां 50 के पार बिक रही थीं. जिसने लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया था. यह सब्जियां लोगों की थालियों से गायब होती जा रही थीं. इन सब्जियों के दामों में कमी आने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिली है.
लखनऊ में सब्जियों के ताजा दाम (फुटकर) |
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नोट :: लखनऊ दुबग्गा सब्जी मंडी का आसपास |
सब्जी विक्रेता व व्यापारी लाला यादव बताते हैं कि यूपी में अब हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश से ताजा स्टॉक आने के बाद लखनऊ में टमाटर की कीमतों में काफी गिरावट आई है. आलू प्याज और अदरक के दाम भी कम हुए हैं, मगर लहसुन और धनिया की कीमतें अभी भी बढ़ी हुई हैं. कुछ सब्जियों को छोड़ दें तो ज्यादातर सब्जियां मंडियों में 15 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर बिक रही हैं.
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