लखनऊ : टमाटर के बाद अब हरी मिर्च ने रसोई के व्यंजनों का स्वाद बिगाड़ दिया है. जुलाई के पहले सप्ताह में हरी मिर्च के दाम 180 से 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. जून के पहले सप्ताह में हरी मिर्च 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रही थी, पर अब इसकी कीमतों में लगभग 70 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है. रसोई घर में इस्तेमाल होने वाली अन्य सब्जियों की तो ज्यादातर के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है.
सब्जियों का फुटकर भाव | ||
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लखनऊ की दुबग्गा मंडी में पिछले एक हफ्ते में हरी मिर्च की कीमतों में 70 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई है. दुबग्गा मंडी के व्यापारी और आढ़ती सालिक राम यादव का कहना है कि स्थानीय बाजारों में आपूर्ति में कमी आने के कारण हरी मिर्च अधिक महंगी हो गई है. मिर्च महंगी होने का सबसे बड़ा कारण बारिश है. जिसके चलते मंडियों में मिर्च की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. फिलहाल कुछ दिनों तक लोगों को महंगाई से राहत नहीं मिलने वाली है. अभी सब्जियों के दामो में और तेजी आएगी. वहीं स्थानीय तौर पर उपजाई गई हरी मिर्च की बाजारों में आने की अभी देरी है. साथ ही मानसून के चलते हरी सब्जियों के दाम ने तेजी पकड़ ली है.
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