लखनऊ : सहालग का सीजन आते ही हरी सब्जियों के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं. सब्जी व्यापारी रेट बढ़ने का सबसे अहम कारण शादियों के सीजन को ही बता रहे हैं. दरअसल, 15 जनवरी के बाद से सहालग की शुरुआत हो गई है. शादियों में मिक्स वेज और तवा सब्जियां जरूर बनती हैं. यही कारण है कि मंडी में इनकी मांग बढ़ी गई है. इन दिनों करेले और भिंडी के साथ लौकी के भी दाम बढ़ गए हैं. महीने भर से 10 से 15 रुपये किलो के रेट से बिकने वाली लौकी इन दिनों मंडियों में 20- 25 रुपये थोक भाव से बिक रही है. शिमला मिर्च, भिंडी, परवल, लौकी, खीरा जैसी कई सब्जियों के दामों में पिछले 15 से 10 दिनों में 10 से 15 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है.
व्यापारियों का कहना है कि इन सभी सब्जियों की आवक अभी लोकल बाजार से नहीं हो पा रही है. इस कारण मांग के सापेक्ष सप्लाई नहीं हो रही है. शादियों के सीजन के कारण भी सब्जियां महंगी हो गई हैं. हरी सब्जियों में कद्दू, लौकी, फूलगोभी, पालक, बैंगन, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, सहित आदि महंगी हो गई है. साथ ही करेले और भिंडी ने तो खाने का स्वाद ही कड़वा कर दिया है. तरोई मार्केट से गायब हो गई है. ऐसे में किचन का बजट बिगड़ चुका है. मंडी के जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में सब्जियों पर और भी महंगाई बढ़ने के आसार हैं.
बुधवार 25 जनवरी को आलू (पुराना) 15 रुपये किलो, खीरा 15 रुपये किलो, नया आलू 8 रुपये किलो, प्याज 20 रुपये किलो, टमाटर 25 रुपये किलो, नीबू 30 रुपये किलो, कद्दू 15 रुपये किलो, लौकी 20 रुपये किलो, पालक 20 रुपये किलो, भिंडी 70 रुपये किलो, मिर्च 30 रुपये किलो, गोभी 15/रुपये पीस, लहसुन 40 रुपये किलो, करेला 40 रुपये किलो, परवल 30 रुपये किलो, मटर 20 रुपये किलो, सेम 30 रुपये किलो, बैंगन 20 रुपये किलो, गाजर 15 रुपये किलो, शिमला मिर्च 20 रुपये किलो बिका.
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