लखनऊ : प्रदेश में अभी टमाटर का दर्द लोगों के जेहन से गायब भी नहीं हो सका था कि अब प्याज की बढ़ती हुई कीमतों से थाली से स्वाद गायब हो गया है. बाजार में प्याज 70-80 रुपये किलो तक बिक रहा है. ऐसे में अब लोगों को डर है कि कहीं प्याज भी टमाटर की तरह कुछ माह के लिए थाली से गायब न हो जाए. इसके अलावा अदरक और लहसुन के दाम भी बढ़े हुए हैं. कुछ सब्जियों को छोड़ दें तो अन्य सब्जियों के भाव में तेजी बरकरार है. आइए जानते हैं एक नवंबर को क्या रहे सब्जियों के दाम.
देश के कई राज्यों में प्याज के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश समेत कई शहरों में प्याज के दाम 70 से 80 रुपये किलो के आसपास हैं. पिछले हफ्ते से लेकर अभी तक प्याज की कीमत दोगुनी हो चुकी है. इसके पहले प्याज 30 से 35 रुपये किलो बिक रहा था. अब 75 से 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है. आढ़तियों का कहना है कि मानसून के कारण हुई आपूर्ति में कमी के कारण प्याज समेत कई सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं. प्याज के अलावा मंडी में कई सब्जियों के दामों पर भी असर पड़ा है. बुधवार को बाजार में नया आलू 30 रुपये प्रतिकिलो और टमाटर 40 रुपये किलो रहा. गोभी 30 रुपये प्रतिकिलो, परवल और शिमला मिर्च 80 रुपये किलो व लौकी, कद्दू 30 व तोरई 40 रुपये किलो प्रतिकिलो रही.
प्याज का कारोबार करने वाले दुबग्गा सब्जी मंडी के थोक विक्रेताओं एजाज अहमद व शालिक राम ने बताया कि इन दिनों बाहर से आने वाले प्याज की आवक कम हो गई है. इसकी वजह प्याज का उत्पादन कम होना है. वहीं जिले में जो स्टाक था वह खत्म हो चुका है. इस वजह से अचानक हफ्ते भर में प्याज के दाम से 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो तक बढ़ गए हैं.
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