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Vegetable Price In UP : महंगी सब्जियों से बिगड़ता जा रहा आम आदमी का बजट, जानिये रेट - मंडी में सब्जियों के दाम

मंडियों व बाजारों में इन दिनों सब्जियों के दाम ने आम आदमी की जेब और जायका दोनों पर ही असर डाला है. सब्जियों के दाम मंडी में पहले की तुलना में बढ़ गए हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 16, 2023, 7:01 AM IST

लखनऊ : मंडी में सब्जियों के दाम में एक बार फिर से तेजी आ गई है. हर सब्जी की कीमत पहले के मुकाबले अब महंगे दामों पर बिक रही है. ऐसे में रसोई में अब सब्जियों के जायके बदले नजर आ रहे हैं. अब हालात यह हैं कि सब्जियों में सबसे प्रचलित परवल व भी आज कल बाजारों में 100 रुपए किलो के ऊपर के दामों में बिक रहा है, जो पहले 40 से 50 रुपए किलो मिल रही था. आवक कम होने व मांग ज्यादा होने से धनिया तो बाजारों से गायब ही हो गई है, यानी धनिया सामान्य से तीन गुना महंगी है. करेला भी 60 रुपए किलो तक बिक रहा है, वहीं लौकी के भाव भी चढ़ गए हैं. लौकी की कीमत बाजारों में 30 रुपए किलो है जो पहले 10 से 15 रुपये किलो की दर से आसानी से बाजारों में मिल जा रही थी. इसी तरह अन्य सब्जियां भी महंगी हो गई हैं, वहीं दूसरी ओर रोज की जरूरतों में इस्तेमाल होने वाले आलू से लोगों को राहत मिल रही है. आलू किचन कि शोभा बढ़ा रहा है. 25 रुपये किलो बिकने वाला यह आलू बाजारों में 20 रुपये किलो में बिक रहा है. आइये जानते हैं 17 सितम्बर को बाजारों में सब्जियां किन दामों पर बिकी हैं.




दाम बढ़ने से बाजारों में ग्राहकों की हुई कमी : लखनऊ के फुटकर सब्जी विक्रेता राहुल कश्यप, बहादुर सिंह व राजू यादव के मुताबिक, 'सब्जियों के दाम बढ़ने से कुछ सब्जी विक्रेता संतुष्ट नजर आ रहे हैं. महंगी सब्जियां होने से किसानों को इसका फायदा मिल रहा है. उनके नुकसान की भरपाई हो रही है तो वहीं कुछ विक्रेताओं का कहना है कि सब्जियां महंगी आ रही हैं, इसलिए महंगे दामों पर बेच रहे हैं. इस संबंध में सब्जी विक्रेता ये भी मानते हैं कि इस बढ़ी कीमतों की वजह से ग्राहकों में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर एक किलो सब्जी खरीदने वाला इंसान अब आधा किलो सब्जी में काम चला रहा है, क्योंकि सब्जी महंगी होने से इसका असर उनकी जेब पर भी पड़ रहा है.'


व्यापारी संत कुमार यादव बताते हैं कि 'अभी भी कई जगहों पर खेतों में पानी भरा हुआ है, जिससे या तो सब्जियों की तुड़ाई नहीं हो पा रही है, या फिर सब्जियां पानी से खेतों में ही सड़ने लगी हैं. बाहर की मंडियों से भी जो सब्जियां पहुंच रही हैं उनके दाम बढ़े हुए हैं. आने वाले दिनों में अगर मौसम साफ रहता है तो दाम सामान्य होने लगेंगे क्योकि नई फसल आने में अभी समय है. लिहाजा कुछ दिनों तक आम आदमी के ऊपर महंगाई का बोझ बढ़ेगा, जिससे बजट बिगड़ना लाजमी है.'


(बाजारों के फुटकर भाव)

कद्दू - 30 रुपये किलो
फूल गोभी - 30 रुपये किलो
आलू - 20 रुपये किलो
पालक - 40 रुपये किलो
करेला - 60 रुपये किलो
टमाटर - 60 रुपये किलो
नींबू - 80 रुपये किलो
बैंगन - 50 रुपये किलो
गाजर - 70 रुपये किलो
सेम - 40 रुपये किलो
धनिया - 280 रुपये किलो
बंद गोभी - 20 रुपये किलो
भिंडी - 60 रुपये किलो
अदरक - 200 रुपये किलो
लौकी - 30 रुपये किलो
प्याज - 30 रुपये किलो
खीरा - 50 रुपये किलो
कटहल - 30 रुपये किलो

लखनऊ : मंडी में सब्जियों के दाम में एक बार फिर से तेजी आ गई है. हर सब्जी की कीमत पहले के मुकाबले अब महंगे दामों पर बिक रही है. ऐसे में रसोई में अब सब्जियों के जायके बदले नजर आ रहे हैं. अब हालात यह हैं कि सब्जियों में सबसे प्रचलित परवल व भी आज कल बाजारों में 100 रुपए किलो के ऊपर के दामों में बिक रहा है, जो पहले 40 से 50 रुपए किलो मिल रही था. आवक कम होने व मांग ज्यादा होने से धनिया तो बाजारों से गायब ही हो गई है, यानी धनिया सामान्य से तीन गुना महंगी है. करेला भी 60 रुपए किलो तक बिक रहा है, वहीं लौकी के भाव भी चढ़ गए हैं. लौकी की कीमत बाजारों में 30 रुपए किलो है जो पहले 10 से 15 रुपये किलो की दर से आसानी से बाजारों में मिल जा रही थी. इसी तरह अन्य सब्जियां भी महंगी हो गई हैं, वहीं दूसरी ओर रोज की जरूरतों में इस्तेमाल होने वाले आलू से लोगों को राहत मिल रही है. आलू किचन कि शोभा बढ़ा रहा है. 25 रुपये किलो बिकने वाला यह आलू बाजारों में 20 रुपये किलो में बिक रहा है. आइये जानते हैं 17 सितम्बर को बाजारों में सब्जियां किन दामों पर बिकी हैं.




दाम बढ़ने से बाजारों में ग्राहकों की हुई कमी : लखनऊ के फुटकर सब्जी विक्रेता राहुल कश्यप, बहादुर सिंह व राजू यादव के मुताबिक, 'सब्जियों के दाम बढ़ने से कुछ सब्जी विक्रेता संतुष्ट नजर आ रहे हैं. महंगी सब्जियां होने से किसानों को इसका फायदा मिल रहा है. उनके नुकसान की भरपाई हो रही है तो वहीं कुछ विक्रेताओं का कहना है कि सब्जियां महंगी आ रही हैं, इसलिए महंगे दामों पर बेच रहे हैं. इस संबंध में सब्जी विक्रेता ये भी मानते हैं कि इस बढ़ी कीमतों की वजह से ग्राहकों में कमी आई है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर एक किलो सब्जी खरीदने वाला इंसान अब आधा किलो सब्जी में काम चला रहा है, क्योंकि सब्जी महंगी होने से इसका असर उनकी जेब पर भी पड़ रहा है.'


व्यापारी संत कुमार यादव बताते हैं कि 'अभी भी कई जगहों पर खेतों में पानी भरा हुआ है, जिससे या तो सब्जियों की तुड़ाई नहीं हो पा रही है, या फिर सब्जियां पानी से खेतों में ही सड़ने लगी हैं. बाहर की मंडियों से भी जो सब्जियां पहुंच रही हैं उनके दाम बढ़े हुए हैं. आने वाले दिनों में अगर मौसम साफ रहता है तो दाम सामान्य होने लगेंगे क्योकि नई फसल आने में अभी समय है. लिहाजा कुछ दिनों तक आम आदमी के ऊपर महंगाई का बोझ बढ़ेगा, जिससे बजट बिगड़ना लाजमी है.'


(बाजारों के फुटकर भाव)

कद्दू - 30 रुपये किलो
फूल गोभी - 30 रुपये किलो
आलू - 20 रुपये किलो
पालक - 40 रुपये किलो
करेला - 60 रुपये किलो
टमाटर - 60 रुपये किलो
नींबू - 80 रुपये किलो
बैंगन - 50 रुपये किलो
गाजर - 70 रुपये किलो
सेम - 40 रुपये किलो
धनिया - 280 रुपये किलो
बंद गोभी - 20 रुपये किलो
भिंडी - 60 रुपये किलो
अदरक - 200 रुपये किलो
लौकी - 30 रुपये किलो
प्याज - 30 रुपये किलो
खीरा - 50 रुपये किलो
कटहल - 30 रुपये किलो

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