लखनऊ: राजधानी में शनिवार को महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर अलग-अलग लखनऊ के 23 मंदिरों में रामायण का पाठ का कार्यक्रम जिलाधिकारी के निर्देश पर आयोजित कराया गया.
23 स्थलों पर आयोजित किया गया रामायण पाठ का कार्यक्रम
जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराते हुए नगर के 23 मंदिरों नया हनुमान मंदिर अलीगंज, पुराना हनुमान मंदिर अलीगंज, पंचमुखी हनुमान मंदिर अलीगंज, नीम करौरी मंदिर हनुमान सेतु, रैदास मंदिर बड़ा चांदगंज, सरनदास मंदिर निराला नगर, झण्डे वाला पार्क मंदिर अमीनाबाद, रामलीला मंदिर ऐशबाग, बालाजी हनुमान मंदिर तालकटोरा, वरदानी हनुमान जी मंदिर दुबग्गा, वाल्मीकि मंदिर परिवर्तन चैक, पंचमुखी हनुमान मंदिर विष्णुलोक कालोनी कृष्णा नगर, रामजानकी मंदिर टिकैतराय, रामजानकी मंदिर वाॅटर पार्क, लोकेश्वर मंदिर आनंद नगर आलमबाग, विश्वकर्मा मंदिर लालकुआं, महा मंगलेश्वर मंदिर विशेश्वर नगर आलमबाग, सहसावीर बाबा मंदिर कृष्णा नगर, मुण्डावीर बाबा मंदिर गीतापल्ली, शिव मंदिर ग्राम कठवारा बीकेटी, चन्द्रिका देवी धाम बीकेटी, ओमकारेश्वर मंदिर ग्राम कुम्हरावा बीकेटी, इमलीया बाबा मंदिर ग्राम अनौरा कला चिनहट आदि मंदिरों में रामायण का पाठ का आयोजन किया गया.
महापौर संयुक्ता भाटिया ने मनाई वाल्मीकि जयंती
राजधानी के डालीगंज स्टेशन मंडी में लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने वाल्मीकि जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर फूल माला चढ़ाकर उन्हें नमन किया.
महर्षि वाल्मीकि से प्रेरणा लेने की जरूरत
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि जिस तरह से महर्षि वाल्मीकि आज हमारे लिए पूजनीय है पर महर्षि वाल्मीकि बनने से पूर्व लूटपाट जैसे अनैतिक कार्य किया करते थे. पर उन्होंने अपने जीवन में बदलाव लाकर एक आदर्श प्रस्तुत किया. महापौर ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि की देवता के रूप में पूजा होती है. निश्चित रूप से हम लोगों को ऐसे लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए.
वाल्मीकि समाज के लिए बनेगा कम्युनिटी सेंटर
इस दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि परिवर्तन चौक स्थित वाल्मीकि आश्रम के पास व पीछे के स्थान पर कम्युनिटी सेंटर बनवाने के लिए आवश्यक कार्रवाई शीघ्र पूरी कर लें, जिससे जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ किया जा सके और वाल्मीकि समाज के लिए कम्युनिटी सेंटर बनाया जा सके.