लखनऊः नए साल पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने बसों का किराया बढ़ाकर यात्रियों को जोरदार झटका दिया है. यात्री रोडवेज की तरफ से किसी तोहफे की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन रोडवेज ने उनकी जेब ढीली कर दी. बसों के बढ़े किराए पर जब 'ईटीवी भारत' ने कैसरबाग बस स्टेशन पर बस से सफर कर रहे यात्रियों से प्रतिक्रिया ली तो यात्री बोले कि उन्हें नए साल पर रोडवेज से उपहार की उम्मीद थी, लेकिन परिवहन निगम ने महंगे किराए का तोहफा दे दिया.
साधारण बसों का किराया 10 पैसे प्रति किमी. महंगा
नए साल पर की गई बढ़ोत्तरी के बाद 3 जनवरी को सभी इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीनों में नया किराया फीड कर दिया गया है. दिल्ली रूट का साधारण बस का किराया 52 रुपये से 56 रुपये तक बढ़ गया है. वहीं वातानुकूलित बसों का किराया 12 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ा दिया गया है. परिवहन निगम से जुड़े हुए लोगों का ही कहना है कि इस समय परिवहन निगम को किराया नहीं बढ़ाना चाहिए था. क्योंकि सर्दियों के समय बसों में यात्रियों की संख्या कम होती है. इससे घाटा झेलना पड़ता है.
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ट्रेन के बाद बढ़ा बस का किराया
बस में सफर कर रहे यात्रियों का कहना है कि पहले ट्रेन का किराया बढ़ गया और अब बस का भी किराया बढ़ा दिया गया. बस का किराया इतना ज्यादा हो गया है कि अब कहीं जाने से पहले सोचना पड़ेगा. छात्रों का कहना है कि नौकरियां मिल नहीं रही हैं. ऊपर से सरकार किराए में इजाफा करके हमारी कमर तोड़ रही है. यात्रियों का यह भी कहना है कि जितना किराया बढ़ाया गया है. उसके एवज में यात्रियों को सुविधा भी नहीं मिल रही है.