लखनऊः शासन की ओर से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को बसों के लिए 390 करोड़ रुपये दिए जाने थे. लेकिन कोरोना की वजह से नहीं दिए जा सके. लेकिन इस वित्तीय वर्ष में परिवहन निगम को बजट मिलने की पूरी उम्मीद है. इस बजट से 1 हजार एसी बसें खरीदने की तैयारी भी हो गई है. परिवहन निगम के अधिकारी बाताते हैं कि हरहाल में इस बार बोर्ड की बैठक में पास हुई बसें खरीदी जाएंगी.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की प्राविधिक इकाई से जुड़े मुख्य प्रधान प्रबंधक संजय शुक्ला ने जानकारी दी कि परिवहन निगम ने प्रबंधन 1 हजार नई बसें खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दिया है. इनमें से करीब 150 एसी बसों का नाम जनरथ रखा जाएगा. शासन को पहले ही 390 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका था. हालांकि उस पर मुहर नहीं लग पाई. एक बार फिर से यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस बार पूरी उम्मीद है कि सरकार की तरफ से 1000 बसों की खरीद के लिए अनुमानित बजट जरूर सेंक्शन कर दिया जाएगा. नई बसें आने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी.
भीषण गर्मी के दौरान वातानुकूलित बसों से यात्री सफर करना पसंद करते हैं. इसीलिए रोडवेज की जनरथ बस सेवाएं सफल हो रही हैं. जनरथ बस बेड़े में बढ़ोतरी की जाएगी. जिससे यात्रियों को तो सहूलियत मिलेगी ही परिवहन निगम को भी राजस्व की प्राप्ति होगी.
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वर्तमान में रोडवेज बस का बेड़ा करीब साढ़े 11 हजार बसों का है. इसमें से 8400 से ज्यादा बसें उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की हैं. शेष परिवहन निगम के साथ अनुबंध पर संचालित होती हैं. लगातार पुरानी बसों की स्थिति खराब हो रही है. उन्हें बस बेड़े से बाहर भी किया जा रहा है. जिसकी वजह से भी बसों में कमी हो रही है. बजट मिलने के बाद 1 हजार नई सें जल्द ही परिवहन निगम के बस बेड़े में जुड़ जाएंगी, तो यात्रियों को आवागमन में काफी सुविधा मिलेगी.ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप