लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. मानसून सत्र के अंतिम दिन शनिवार को नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब एक घंटे के भाषण में अपने विधायकों की जमकर तारीफ की. इस दौरान विपक्ष पर खूब कटाक्ष किया. वहीं मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण पर खुशी जाहिर की. मंदिर और राम पर सवाल करने वाले विपक्ष को राम विरोधी करार दिया.
सीएम योगी ने विधायकों की तारीफ करते हुए कहा कि जब विपक्ष के लोग श्रमिकों पर राजनीति कर रहे थे, उस वक्त भाजपा विधायक क्षेत्र में जनता की सेवा कर रहे थे. मुझे कई बार फोन करके विधायकों से कहना पड़ता था कि अपना बचाव करते हुए कार्य करिए. इसी तरह कार्य करने की वजह से हमने अपने दो मंत्रियों को खोया है. यह एक बड़ी त्रासदी है. हमारे जन प्रतिनिधि किसानों को खाद पहुंचा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से दिल्ली को यूपी को दूसरे किसने से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है. कानून व्यवस्था की जो लोग बात कर रहे हैं, वे लोग ही कानून के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं. दहेज, दुष्कर्म, डकैती और हत्या जैसे अपराधों में गिरावट आई है. सीएम योगी ने जातीय राजनीति पर भी विपक्ष पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो लोग सहानुभूति दिखा रहे हैं, उन लोगों ने ही कन्नौज के नीरज मिश्रा का सिर कटवाकर भेजा था. एक बात अच्छी है कि इसी के बहाने राम के विरोध करने वाले लोग भी परशुराम के बहाने ही सही राम का नाम ले रहे हैं. राम कहें, परशुराम कहें या फिर मरा कहें भगवान राम उद्धार करेंगे.
उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान राम के नहीं हुए, किसके होंगे. राम मंदिर निर्माण से उन्हें खुश होना चाहिए. खुश होने की बजाय सवाल खड़े कर रहे हैं. राम के विरोध और तीन तलाक के मामले में यूपी में सबसे अधिक कार्रवाई की गई. यानी कि महिला सुरक्षा के मामले में हमारी सरकार सजग है. सीएम योगी ने विधायकों से विद्युतीकरण और ग्राम सचिवालय बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे. ग्राम सचिवालय से लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना काल में सदन का आयोजन बड़ी बात है. आज तीसरा दिन है. शोक के चलते दो दिन सदन की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई. आज अवकाश के दिन सदन चल रहा है. सदस्यों की सदन में उपस्थिति लोकतंत्र का परिचायक है. बता दें कि इस बार मानसून सत्र में विधानसभा की कार्यवाही महज चार घंटे ही चल पाई.
यूपी विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित, 4 घंटे चला मानसून सत्र
उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. शनिवार को चले विधानसभा मानसून सत्र में नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब एक घंटे के उद्बोधन में अपने विधायकों की जमकर तारीफ की. इस बार मानसून सत्र सिर्फ चार घंटे ही चल सका.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. मानसून सत्र के अंतिम दिन शनिवार को नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब एक घंटे के भाषण में अपने विधायकों की जमकर तारीफ की. इस दौरान विपक्ष पर खूब कटाक्ष किया. वहीं मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण पर खुशी जाहिर की. मंदिर और राम पर सवाल करने वाले विपक्ष को राम विरोधी करार दिया.
सीएम योगी ने विधायकों की तारीफ करते हुए कहा कि जब विपक्ष के लोग श्रमिकों पर राजनीति कर रहे थे, उस वक्त भाजपा विधायक क्षेत्र में जनता की सेवा कर रहे थे. मुझे कई बार फोन करके विधायकों से कहना पड़ता था कि अपना बचाव करते हुए कार्य करिए. इसी तरह कार्य करने की वजह से हमने अपने दो मंत्रियों को खोया है. यह एक बड़ी त्रासदी है. हमारे जन प्रतिनिधि किसानों को खाद पहुंचा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से दिल्ली को यूपी को दूसरे किसने से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है. कानून व्यवस्था की जो लोग बात कर रहे हैं, वे लोग ही कानून के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं. दहेज, दुष्कर्म, डकैती और हत्या जैसे अपराधों में गिरावट आई है. सीएम योगी ने जातीय राजनीति पर भी विपक्ष पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो लोग सहानुभूति दिखा रहे हैं, उन लोगों ने ही कन्नौज के नीरज मिश्रा का सिर कटवाकर भेजा था. एक बात अच्छी है कि इसी के बहाने राम के विरोध करने वाले लोग भी परशुराम के बहाने ही सही राम का नाम ले रहे हैं. राम कहें, परशुराम कहें या फिर मरा कहें भगवान राम उद्धार करेंगे.
उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान राम के नहीं हुए, किसके होंगे. राम मंदिर निर्माण से उन्हें खुश होना चाहिए. खुश होने की बजाय सवाल खड़े कर रहे हैं. राम के विरोध और तीन तलाक के मामले में यूपी में सबसे अधिक कार्रवाई की गई. यानी कि महिला सुरक्षा के मामले में हमारी सरकार सजग है. सीएम योगी ने विधायकों से विद्युतीकरण और ग्राम सचिवालय बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे. ग्राम सचिवालय से लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना काल में सदन का आयोजन बड़ी बात है. आज तीसरा दिन है. शोक के चलते दो दिन सदन की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई. आज अवकाश के दिन सदन चल रहा है. सदस्यों की सदन में उपस्थिति लोकतंत्र का परिचायक है. बता दें कि इस बार मानसून सत्र में विधानसभा की कार्यवाही महज चार घंटे ही चल पाई.