लखनऊ: योगी सरकार ने सोमवार को 2021-22 वित्तीय वर्ष का पहला 'पेपरलेस' बजट पेश किया. प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना सदन में बजट पेश किया. यूपी सरकार का यह बजट युवाओं, किसानों व महिलाओं पर केंद्रित रहा. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कोरोना टीकाकरण के लिए 50 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं.
आयुष्मान भारत के लिए 13 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं. प्रदेश के PPP मॉडल से मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि सात जनपदों में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं, अन्य जगहों पर भी नए मेडिकल कॉलेज बनने हैं.
सभी कोरोना वॉरियर्स ने डटकर मुकाबला किया : सुरेश खन्ना
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कोरोना संकट में सभी कोरोना वॉरियर्स ने डटकर मुकाबला किया. हार तब होती है जब मान लिया जाता है और जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है. वित्तमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना संकट काल में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में सभी कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान किया गया.
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कोरोना वैक्सीन के लिए 50 करोड़ का बजट
सरकार ने कोरोना टीकाकरण के लिए 50 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं, जबकि आयुष्मान भारत के लिए 13 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं. प्रदेश के पीपीपी मॉडल से मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, आयुष्मान भारत योजना के लिए 1300 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है. आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए 142 करोड़ रुपये का बजट दिया है. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लिए 320 करोड़ रुपये का बजट का प्रावधान किया गया है. प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डायग्नॉस्टिक बुनियादी ढांचा सृजित किए जाने के लिए 1,073 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है. शहरी स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्रों के लिए 425 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है. ब्लॉक स्तर पर लोक स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना के लिए करोड़ रुपये का बजट दिया गया है.