वाराणसी: महाकुंभ में आई भीड़ का असर है कि वाराणसी में लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. आलम यह है कि घाट से लेकर के मंदिर तक का इलाका जहां पर्यटकों से भरा हुआ है तो वहीं रेलवे स्टेशन पर भी पर्यटकों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. हालत यह है कि ट्रेन में जगह न मिलने के कारण पर्यटक इंजन में बैठ रहे हैं. ऐसे ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो वाराणसी के कैंट स्टेशन का बताया जा रहा है. इस ट्रेन में सीट न मिलने पर यात्री इंजन को ही बोगी बनाकर बैठ गए हैं. हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.
बनारस के मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए जहां लगभग तीन से चार किलोमीटर लंबी लाइन लगानी पड़ रही है तो वही काशी के 84 घाटों पर पर्यटकों का हुजूम उमड़ा हुआ है. यही नहीं बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन भी पर्यटकों के जन सैलाब से भरे हुए है. जिसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ट्रेन में जगह न मिलने पर यात्री इंजन में बैठ रहे हैं.
इंजन में चढ़ रहे यात्री: मिली जानकारी के अनुसार, यह वीडियो शनिवार के देर रात लगभग 2 बजे का बताया जा रहा है. इसमें प्लेटफॉर्म नंबर दो पर प्रयागराज जाने के लिए ट्रेन खड़ी थी. ट्रेन लगभग पूरी भर गई थी, ऐसे में कुछ यात्रियों में इंजन को ही बोगी बनाना शुरू कर दिया. एक के बाद एक लगभग 20 महिला पुरुष यात्री इंजन में घुस गए और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया. ऐसे में यात्रियों की अफरा तफरी को देखते हुए, जीआरपी के द्वारा पर्यटकों को बाहर निकाला और उन्हें ट्रेन में स्थान देकर अपने गंतव्य की ओर भेजा.
जीआरपी पुलिस के माने तो, इस समय रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या ज्यादा है. हर किसी को अपने गंतव्य की ओर जाना है. ऐसे में कुछ यात्री ट्रेन में स्थान न मिलने पर इंजन में चढ़ गए, जो उनके लिए बेहद घातक हो सकता था. इसलिए यात्रियों को इंजन से निकाल कर ट्रेन में बैठाया.
सुल्तानपुर में कई किलोमीटर लंबा जाम
सुल्तानपुर: अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण व्यवस्था चरमरा गई है. प्रयागराज-अयोध्या और रायबरेली-अयोध्या हाइवे पर लगे भीषण जाम में हजारों श्रद्धालु फंस गए हैं. हालात ऐसे बन गए कि एडीजी डायल 112 मीरा रावत और प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश का वाहन भी जाम में फंस गया. जाम में फंसी
जम्मू से आई महिला श्रद्धालुओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि उन्होंने तीन दिनों से न उन्हें खाना मिला है और न ही पीने का पानी. प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिल रही है. सुल्तानपुर में महाकुंभ के शुरू होने के बाद से ही ये स्थिति बनी हुई है. पुलिस द्वारा वाहनों को बैरिकेडिंग करके रोका जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच रोजाना विवाद की स्थिति बन रही है.
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