लखनऊ: योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की तमाम अटकलों के बीच योगी सरकार के मंत्रियों के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया है. भाजपा के कद्दावर नेता और योगी सरकार के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है. राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल, स्वाति सिंह, कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा और चेतन चौहान ने भी इस्तीफे की पेशकश कर दी है. इसलिए यह भी कयास लगाया जा रहा है कि कुछ और मंत्रियों का इस्तीफा जल्द ही आ सकता है.
योगी सरकार के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना इस्तीफा भेजा है. वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, सरकार के काफी कद्दावर मंत्रियों में शामिल थे. उम्र की सीमा को उन्होंने इस्तीफे का आधार बताया है.
वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल पर अधिकारियों के स्थानांतरण में गड़बड़ी को लेकर आरोप लगे थे. वित्त विभाग के एक अधिकारी ने पिछले साल शासन को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि वित्त मंत्री के सहयोगी और उनके कुछ रिश्तेदार मिलकर स्थानांतरण में घूस ले रहे हैं. ऐसी ही कई वजह रही है, जिससे वित्त मंत्री और वित्त विभाग के प्रमुख सचिव का आपस में सामंजस्य भी ठीक नहीं रहा है.
उनकी इस पहल को इस्तीफा देकर सरकार पर दबाव बनाने के रूप में भी देखा जा रहा है. योगी सरकार के कुछ और बड़े चेहरे इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं. सरकार संगठन और संघ की एक समन्वय बैठक हुई है. इस बैठक में भी ऐसे चेहरों पर प्रमुखता से चर्चा हुई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिन चेहरों को हटाना चाह रहे हैं. संगठन उसकी मुखालफत कर रहा है. संगठन और सरकार के आमने सामने आने की वजह से सोमवार को प्रस्तावित मंत्रिमंडल विस्तार रोकना पड़ा था. समन्वय बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाना है.