लखनऊ: आईआरडीए (Insurance Regulatory and Development Authority), आरबीआई (RBI) व एलआईसी (LIC) के अधिकारी बनकर इंश्योरेंस में बोनस दिलाने, एजेन्ट कोड हटवाने व बंद पालिसी का क्लेम दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले गैंग के सरगना समेत 9 लोगों को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. इस गैंग ने हाल हीं में लखनऊ में पॉलिसी कराने के नाम पर 22 लाख की ठगी की थी.
यूपी एसटीएफ एसएसपी विशाल विक्रम ने बताया कि बीती 15 अप्रैल को लखनऊ के कृष्णानगर की पीड़िता आशा मिश्रा ने एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसमें आरोप था कि IRDA (Insurance Regulatory and Development Authority) आरबीआई, एलआईसी के अधिकारी बनकर एजेंटों ने इंश्योरेंस में बोनस दिलाने, एजेन्ट कोड हटवाने व बन्द पॉलिसी का क्लेम दिलाने का झांसा देकर उनकी कई पॉलिसियां कर दीं. छह माह में 22 लाख रूपये की भारती एक्सा लाइफ व मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की 13 बीमा पालिसी धोखे से करा ली. विशाल विक्रम ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही यूपी एसटीएफ की एक टीम इन ठगों के गिरोह की तलाश कर रही थी.
मुखबिर के मुताबिक यह गिरोह वर्तमान समय में एनसीआर क्षेत्र में बगैर कंपनी के वैधानिक नाम पते का इस्तेमाल किये कॉल सेन्टर खोलकर चोरी से लिए गये डेटा पर काल कराकर भारत सरकार, आरबीआई, विभिन्न बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम व विभिन्न इंश्योरेंस कम्पनियों का खुद को अधिकारी बताकर व मुख्यालय मुम्बई में बताकर ग्राहक का विश्वास जीतते थे. एक ही व्यक्ति की व उसके परिवार की कई पालिसियॉ नित नये -नये बहाने बताकर करते रहते है.
उन्होंने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली कि इस गैंग ने कुछ बीमा कम्पनियों का ब्रोकर कोड ले रखा है और इन्हें प्रत्येक पॉलिसी पर 50 से 70 प्रतिशत तक बीमा कम्पनियां कमीशन देती है. इसलिए यह एक गैंग बनाकर आईआरडीएआई के द्वारा दिये गये निर्देशों का उल्लंघन करते हुए फर्जी काल सेन्टर खोलकर मोबाइल काल पर अपनी असली पहचान छिपाकर विभिन्न संस्थानों, बैंकों व विभिन्न इन्ष्योरेन्स कम्पनियों का नाम लेकर बीमा करते थे.
दिल्ली पश्चिमी से गिरफ्तार गिरोह के सरगना देवेंद्र ने पूछताछ में बताया कि हम ईडीओडीसीडी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के अतिरिक्त और भी चार पांच कंपनियां अपने ऑफिस के कर्मचारियों के नाम पर रजिस्टर्ड कराये हुए हैं, जिनका नाम ईडीओसीडी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, कावेरी इनफॉर्मेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, पेपर कैंडी प्राइवेट लिमिटेड, केआईपीएल एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड, विभाकर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, सोलेंज इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड व ऑफ रोल इम्प्लॉइज के लिए पॉलिसी प्लानेट नाम से फर्म रजिस्टर्ड कराए हुए हैं. उसने बताया कि मेरे द्वारा दिल्ली एनसीआर में 6 कॉल सेन्टर संचालित किए जा रहे है जिसमें लगभग 600 कर्मचारी काम करते है, जिनके माध्यम से साल 2018 से अब तक 5000 बीमा पॉलिसी फर्जी तरीके से बेची है.
एसएसपी STF ने बताया कि इस गिरोह का जाल एनसीआर क्षेत्र मेें फैला हुआ है. गिरफ्तार अभियुक्तों की अन्य आपराधिक गतिविधियो के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है. वहीं इन लोगों के पास मौजूद डेटा का फारेन्सिक आडिट कराया जायेगा. डेटा ब्रीच कहां से हुआ है, इसकी जानकारी की जा रही है. मेरठ निवासी देवेंद्र सिंह, फतेहपुर के मोहित व स्वदेश, प्रतापगढ़ के रजनीश शुक्ला व आनंद मिश्रा, बिहार के रोहित कुमार, नोयडा का गणेश , हरियाणा का सुनील सैनी व दिल्ली के शोभित पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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