लखनऊ: राजधानी में नगर निगम से सम्बन्धित विभिन्न कार्यों के लिए नागरिकों को कठिनाई का सामना करना पड़ता था. साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को भी शिकायतों का समय से निराकरण करने में समस्या आती थी. इस समस्या को देखते हुए 'लखनऊ वन' नाम से एप लांच किया गया है. इस एप के द्वारा नगर निगम लखनऊ से सम्बन्धित सुविधाओं को एक प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराया गया है. इस एकीकृत 'लखनऊ वन' एप की लाॅन्चिंग नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन गोपाल, महापौर संयुक्ता भाटिया, सचिव नगर विकास अनुराग यादव और नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने स्थानीय निकाय निदेशालय में की.
गृहकर भुगतान पर छूट मिलेगी
लखनऊ वन एप पर सफाई, कूड़ा, मृत पशुओं के शव निस्तारण, सेनिटाइजेशन से सम्बन्धित शिकायतें दर्ज कराने की सुविधा के अतिरिक्त गृहकर का भुगतान भी किया जा सकेगा. इस एप के माध्यम से भुगतान करने पर समय-समय पर 3 से 10 प्रतिशत तक की छूट भी प्रदान की जायेगी. 'लखनऊ वन' एप पर जन्म, मृत्यु, तथा अन्य विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं जैसे आय, निवास और जाति प्रमाण पत्र आवेदन की सुविधा भी मिलेगी.
आपातकालीन सेवाएं भी एप पर उपलब्ध
सरकारी सेवाओं के अतिरिक्त इस एप के माध्यम से ई-व्हिकल, ई-हास्पिटल, पार्किंग स्थल, एटीएम तथा आस-पास क्षेत्र में ट्रैफिक की स्थिति, सार्वजनिक शौचालय, टूरिस्ट प्लेस, कम्युनिटी हाल, हास्पिटल, प्रसिद्ध रेस्टोरेन्ट, स्कूल, गार्डेन की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी. एप के द्वारा अति आवश्यक एवं आपातकालीन सेवाएं जैसे एम्बुलेंस, महिला हेल्पलाईन, लखनऊ नगर निगम काॅल सेन्टर का नम्बर, इमरजेंसी बटन आदि की जानकारी की जा सकती है.
कंट्रोल रूम से होगी शिकायतों की निगरानी
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि लखनऊ वन एप में ऐसी व्यवस्था की गयी है कि प्राप्त सभी शिकायतें संबंधित अधिकारी को ऑटो असाइन (स्वप्रेषित) हो जायेंगी तथा संबंधित अधिकारी को ऑटो अलर्ट चला जायेगा. लखनऊ वन एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को स्थापित किए गए कंट्रोल रूम द्वारा मॉनीटर किया जायेगा. नगर आयुक्त द्वारा लम्बित शिकायतों की नियमित समीक्षा की जायेगी. इसके अतिरिक्त नगर निगम कर्मचारियों की कार्य प्रदर्शन और क्षमता भी इसी आधार पर मापी जायेगी.
311 एप से चालान करने की सुविधा
स्मार्ट सिटी-311 एप पर प्राप्त शिकायतों के निराकरण की आख्या जो कि शिकायतकर्ता को प्रेषित की जायेगी. इसके माध्यम से गंदगी फैलाने, कूड़ा जलाने, प्रतिबंधित पाॅलीथीन का प्रयोग, मलबा एकत्रित करने पर चालान करने की सुविधा अधिकारियों को उपलब्ध करायी गयी है.
इस मौके पर नगर विकास मंत्री ने कहा कि 'लखनऊ वन' के द्वारा नागरिकों को सुविधाजनक रूप से मोबाइल पर शिकायत दर्ज कराने तथा सम्बन्धित अधिकारी को उसके निस्तारण के लिए त्वरित कार्रवाई करने में आसानी होगी. इससे नगर निगम लखनऊ द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाएं बेहतर होंगी. वहीं महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि नागरिक पीजीआरएस, आईजीआरएस, स्वच्छता एप और नगर निगम से संबंधित शिकायतें जैसे सफाई, मार्ग-प्रकाश, कूड़ा संग्रहण, मलबा, सीवर, मृत पशु निस्तारण, गृहकर इत्यादि से जुड़ी शिकायतें इस एप पर दर्ज करा सकेंगे.