लखनऊ : प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सभी निकाय अधिकारियों को शहरी व्यवस्था, साफ-सफाई सौंदर्यीकरण, कूड़ा कलेक्शन एवं इसके निस्तारण पर और बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जनवरी, फरवरी और मार्च के आगामी महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं. इन दिनों लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट तथा बनारस, लखनऊ, आगरा, नोएडा, प्रयागराज में जी-20 की आगामी बैठकें भी होने वाली हैं, जिसमें, वैश्विक स्तर के जन प्रतिनिधि शासक, प्रशासक एवं निवेशक, उद्योगपति, वेंडर्स प्रतिभाग करेंगे. प्रदेश की एक अच्छी छवि ऊभर कर आए, इसके लिए प्रदेश को एक यूनिट मानकर नगरीय व्यवस्था और वातारण को गुड टू ग्रेट बनाना है. उन्होंने जी-20 की बैठकों वाले चार शहरों में कार्मिकों के डिजिटल साइन कराने को भी कहा. जिससे की पूरी मैन पावर का व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयोग किया जा सके. उन्होंने नई विस्तारित एवं सृजित निकायों में सुविधाओं को बढ़ाने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हमारे देश की वैश्विक रैंकिंग कभी 142 वें स्थान पर थी लेकिन, विशेष प्रयासों के पश्चात यह 64वें स्थान से भी ऊपर आ चुकी है. उन्होंने महानगरों की सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा. साथ ही, नगर निगमों, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के मध्य अलग-अलग साफ-सफाई एवं स्वच्छता को लेकर स्पर्धा कराने को भी कहा.
नगर विकास मंत्री एके शर्मा शुक्रवार को निकाय निदेशालय में स्वच्छ भारत मिशन-नगरीय उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित इंदौर राउंड टेबल कार्यशाला एवं प्रतिबद्ध 75 जनपद, 75 घंटे, 750 निकाय अभियान पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. एके शर्मा ने 1 दिसम्बर को प्रदेश के सभी जिलों में चलाए गए प्रतिबद्धः '75 जनपद, 75 घंटे, 750 निकाय' सफाई के महाअभियान एवं इसके पश्चात जीवीपी के सुशोभन के कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 31 निकायों को पुरस्कृत किया. इस अभियान में नगर निगम लखनऊ को प्रथम, नगर निगम कानपुर को द्वितीय, गाजियाबाद नगर निगम को तृतीय एवं गोरखपुर नगर निगम को सांत्वना पुरस्कार दिया गया. 50,000 से अधिक की आबादी में मऊ नगर पालिका परिषद को प्रथम, गोंडा नगर पालिका परिषद को द्वितीय, नगर पालिका परिषद देवरिया को तृतीय तथा महोबा को सांत्वना पुरस्कार मिला. 50 हजार से कम आबादी वाली नगर पालिका परिषद में बुलंदशहर की गुलोठी को प्रथम, अमरोहा की बछरावां को द्वितीय, लखीमपुर की मोहम्मदी को तृतीय तथा शामली की कांधला को सांत्वना पुरस्कार दिया गया. 20 हजार से कम आबादी वाली नगर पंचायत में गोरखपुर की गोला बाजार को प्रथम, इटावा की इकदिल को द्वितीय, संत कबीरनगर की मगहर को तृतीय तथा मथुरा की गोकुल को सांत्वना पुरस्कार मिला. 20 हजार से अधिक की आबादी वाली नगर पंचायत में महाराजगंज की चौक को प्रथम, जौनपुर की बदलापुर को द्वितीय, मऊ की कोपागंज को तृतीय तथा आजमगढ़ की जहांनगंज को सांत्वना पुरस्कार दिया गया.
इसी प्रकार अभियान में अधिक जनभागीदारी को सुनिश्चित करने वाली नगरीय निकायों को सिटीजन पार्टिसिपेशन के तहत बरेली नगर निगम, नगर पालिका परिषद गाजीपुर और गाजियाबाद की डासना नगर पंचायत को गुड परफोर्मर पुरस्कार दिया गया. सोशल मीडिया प्लेटफार्म में बेहतर कार्य करने वाली निकायों में झांसी नगर निगम, अम्बेडकर नगर की अकबरपुर नगर पालिका परिषद तथा गाजियाबाद की लोनी नगर पालिका परिषद को गुड परफोर्मर का पुरस्कार मिला. फास्ट मूवर श्रेणी में नगर निगम सहारनपुर, नगर पालिका परिषद हाता कुशीनगर और नगर पंचायत बांदा को गुड परफोर्मर का पुरस्कार मिला. स्पेशल कैटेगरी में ऐसी निकायों को पुरस्कृत किया गया जहां आजादी के बाद से एक भी कूड़ा स्थल नहीं पाया गया, इसमें आगरा की दयालबाद एवं स्वामीबाग नगर पंचायत को पुरस्कृत किया गया.
कार्यक्रम में निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा, सहायक मिशन निदेशक गुरु प्रसाद पांडेय, अपर निदेशक डॉ. असलम अंसारी, उप निदेशक डॉ. सुनील कुमार यादव के साथ सभी नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे.
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