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UPTET 2021: जनवरी में हो सकती है यूपीटेट परीक्षा, प्रवेशपत्र से लेकर परीक्षा केंद्रों में होने हैं बदलाव - UP की खबरें

परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने तेज कीं तैयारियां बेसिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी के अनुसार दिसंबर में हो सकती है यूपी टेट की परीक्षा. यूपी टेट परीक्षा में प्रवेश पत्र से लेकर परीक्षा केंद्रों में होने हैं बड़े बदलाव.

uttar pradesh teacher eligibility test
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Published : Dec 9, 2021, 5:01 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (uttar pradesh teacher eligibility test UPTET) कब होगी? इसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. बेसिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी ने यह परीक्षा एक महीने में यानी दिसंबर में ही कराने की बात दोहरायी है.

परीक्षा के आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि जनवरी से पहले इस परीक्षा को करा पाना अब संभव नहीं होगा. असल में परीक्षा के लिए नए प्रवेश पत्र जारी किए जाने हैं. इसके अलावा परीक्षा केंद्र भी बनाए जाने हैं. ऐसे में समय लग सकता है.

निजी स्कूल नहीं बनेंगे केंद्र

परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी संभाल रही परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं. जानकारों की मानें तो अभ्यर्थियों को नए सिरे से प्रवेश पत्र जारी होंगे. परीक्षा केंद्रों में भी बदलाव किया जाएगा. यूपी बोर्ड के विभिन्न स्कूलों को सूची में न रखकर राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों पर जोर दिए जाने की बात की जा रही है. इनके अलावा महाविद्यालयों में भी इस परीक्षा के केंद्र बनाए जा सकते हैं.

यह भी पढ़ें- Helicopter Crash: शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान ने किया था पिता के बर्थडे का सरप्राइज प्लान, हादसे के बाद से सदमे में परिवार


उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का आयोजन 28 नवंबर को किया गया था. परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद पेपर आनन-फानन में रद्द कर दिया गया. इस पूरे मामले में गिरफ्तारी का दौर जारी है.

बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के भाई को इस परीक्षा का प्रश्न पत्र छापने का ठेका दिया गया था. उसके स्तर पर भारी गड़बड़ियां किए जाने की भी बात सामने आई है. फिलहाल 35 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुईं हैं. जांच अभी जारी है.

पेपर लीक के शोर में दबी अनियमितताएं

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक हो जाने के कारण कई बड़ी अनियमितताएं दब गईं. जानकारों की मानें तो अगर यह पेपर लीक न हुआ होता तो अभ्यर्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था. असल में प्रिंटिंग प्रेस से छप कर आए प्रश्न पत्रों को केंद्रों तक पहुंचाने में लापरवाही बरती गई थी.

वर्तमान व्यवस्था के तहत परीक्षा केंद्र पर पेपर देने आ रहे कुल परीक्षार्थियों की संख्या के सापेक्ष 10% अधिक प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जाते हैं. इससे अगर कोई प्रश्न पत्र खराब या डैमेज हो जाए तो अभ्यर्थियों को दूसरा प्रश्न पत्र दिया जा सकता है. हालांकि इस परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या से कम पेपर केंद्रों को उपलब्ध कराए गए थे.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (uttar pradesh teacher eligibility test UPTET) कब होगी? इसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. बेसिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी ने यह परीक्षा एक महीने में यानी दिसंबर में ही कराने की बात दोहरायी है.

परीक्षा के आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि जनवरी से पहले इस परीक्षा को करा पाना अब संभव नहीं होगा. असल में परीक्षा के लिए नए प्रवेश पत्र जारी किए जाने हैं. इसके अलावा परीक्षा केंद्र भी बनाए जाने हैं. ऐसे में समय लग सकता है.

निजी स्कूल नहीं बनेंगे केंद्र

परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी संभाल रही परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं. जानकारों की मानें तो अभ्यर्थियों को नए सिरे से प्रवेश पत्र जारी होंगे. परीक्षा केंद्रों में भी बदलाव किया जाएगा. यूपी बोर्ड के विभिन्न स्कूलों को सूची में न रखकर राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों पर जोर दिए जाने की बात की जा रही है. इनके अलावा महाविद्यालयों में भी इस परीक्षा के केंद्र बनाए जा सकते हैं.

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उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का आयोजन 28 नवंबर को किया गया था. परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद पेपर आनन-फानन में रद्द कर दिया गया. इस पूरे मामले में गिरफ्तारी का दौर जारी है.

बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक के भाई को इस परीक्षा का प्रश्न पत्र छापने का ठेका दिया गया था. उसके स्तर पर भारी गड़बड़ियां किए जाने की भी बात सामने आई है. फिलहाल 35 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुईं हैं. जांच अभी जारी है.

पेपर लीक के शोर में दबी अनियमितताएं

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक हो जाने के कारण कई बड़ी अनियमितताएं दब गईं. जानकारों की मानें तो अगर यह पेपर लीक न हुआ होता तो अभ्यर्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था. असल में प्रिंटिंग प्रेस से छप कर आए प्रश्न पत्रों को केंद्रों तक पहुंचाने में लापरवाही बरती गई थी.

वर्तमान व्यवस्था के तहत परीक्षा केंद्र पर पेपर देने आ रहे कुल परीक्षार्थियों की संख्या के सापेक्ष 10% अधिक प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जाते हैं. इससे अगर कोई प्रश्न पत्र खराब या डैमेज हो जाए तो अभ्यर्थियों को दूसरा प्रश्न पत्र दिया जा सकता है. हालांकि इस परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या से कम पेपर केंद्रों को उपलब्ध कराए गए थे.

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