लखनऊः सर्दी के मौसम में कई सब्जियों के भावों में पांच से दस रुपए प्रति किलो तक गिरावट आई है. हालांकि थोक में आई इस गिरावट का फायदा जनता को नहीं मिल पा रहा है. सब्जी व्यापारी आरिफ खान के मुताबिक, सब्जियों के दाम कम होने की सबसे बड़ी वजह सब्जियों की बढ़ी आवक है. यह दाम आगामी माह में भी कम ही रहने की संभावना है.
लखनऊ की सब्जी मंडी में खरीदारी करने आए अंकित प्रजाप ने बताया कि 'सब्जी के दाम में गिरावट आई है. यह हमारे लिए अच्छी खबर है. वहीं, मंडी में बंद गोभी व कद्दू बेचने आए मलीहाबाद के जुगनू ने बताया कि वह खुद थोक मंडी में फुटपाथ पर दुकान लगाकर सब्जी बेच रहे हैं. बबलू के मुताबिक, किसानों को इस बार सब्जियों की फसल में काफी नुकसान हुआ है. बंद गोभी 5 से 10 रुपये किलो में बिक रही है, जबकि व्यापारी 10 रुपये में भी खरीदने को तैयार नहीं हैं. साथ ही बन्द गोभी के दाम इतने कम हैं कि 10 रुपये किलो की दर से बिकने में भी दिक्कत आ रही है.
किसान राजू के मुताबिक, सब्जी के दाम का सबसे बड़ा असर मौसम की वजह से पड़ा है. मौसम के कारण सब्जियां लगातार खराब हो रही हैं. इसलिए किसान जल्दी सब्जियां बेचने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे दाम नहीं मिल पा रहा है. वहीं व्यापारी सरताज खान के मुताबिक, मंडी में सब्जी की आवक बढ़ने के कारण भाव गिर रहे हैं. इससे किसानों को नुकसान हो रहा है.
थोक मंडी भाव (प्रति किलो रुपए में)
नया आलू : 12
प्याज : 40
टमाटर : 25
आलू पुराना : 10
नींबू : 60
तोरई : 30
लहसुन : 240
करेला : 30
परवल : 30
मटर : 30
सेम : 20
शिमला मिर्च : 25
कद्दू : 15
लौकी : 10
पालक : 20
भिंडी : 30
मिर्च : 30
गोभी : 15 रुपए प्रति पीस
गाजर : 20
बंद गोभी : 6
फुटकर भाव (प्रति किलो रुपए में)
आलू : 20
प्याज : 50
टमाटर : 40
आलू पुराना : 15
नींबू : 90
तोरई : 50
लहसुन : 350
करेला : 50
परवल : 40
मटर : 50
सेम : 30
शिमला मिर्च : 50
कद्दू : 20
लौकी : 15
पालक : 30
भिंडी : 40
मिर्च : 70
गोभी : 20 रुपये पर पीस
गाजर : 30
बंद गोभी : 10
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