ETV Bharat / state

यूपी में अवैध तरीके से दौड़ रहीं दूसरे राज्यों की बसों पर शिकंजा, परिवहन विभाग ने 2637 वाहनों पर की कार्रवाई

यूपी परिवहन विभाग के अधिकारियों ने अवैध वाहनों पर चलाया विशेष अभियान चलाकर दूसरे राज्यों की अवैध बसों पर की बड़ी कार्रवाई, जिसमें प्रवर्तन विभाग की टीम ने सैकड़ों वाहनों को सीज किया.

ETV BHARAT
परिवहन विभाग
author img

By

Published : Jun 7, 2022, 12:21 PM IST

Updated : Jun 7, 2022, 12:35 PM IST

लखनऊः प्रदेश में बिना परमिट के दूसरे राज्यों की निजी बसें धड़ल्ले से चल रही हैं. तमाम सख्ती के बावजूद भी यूपी परिवहन विभाग अवैध तरीके से ओवरलोड होकर चलने वाली इन बसों और इनके संचालकों पर लगाम नहीं लगा पा रहा है. लेकिन, बसों और संचालकों पर शिकंजा कसने के लिए परिवहन विभाग ने एक जून से सघन चेकिंग अभियान की शुरू किया है. इससे बस संचालकों में हड़कंप मच गया.

बिना परमिट दौड़ रहीं दूसरे राज्यों की बसें: यूपी परिवहन विभाग के अभियान में यह बात सामने आई है कि सिर्फ यूपी की ही बसें ही नहीं चल रहीं हैं, बल्कि दूसरे राज्यों की बसों को अवैध तरीके से लखनऊ से होते हुए दिल्ली और अन्य राज्यों तक ले जाया जा रहा है. इन बसों के संचालक बिना रूट परमिट लिए ही बसें दौड़ा रहे हैं. इससे कई बार बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं.

अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप: परिवहन विभाग के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद ने एक जून से पांच जून तक अवैध बसों और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान का आंकड़ा जारी किया है. इस आंकड़े से मालूम होता है कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के निजी बसें बिना परमिट के दौड़ नहीं सकती हैं.

126 अनाधिकृत बसें पकड़ीं: यूपी परिवहन विभाग के अभियान के इस विशेष अभियान में कई जिलों के एआरटीओ और पीटीओ स्तर के अधिकारी शामिल हैं. इस अभियान के दौरान प्रवर्तन टीमों ने कुल 126 बसों को अनाधिकृत रूट पर संचालित होते हुए पकड़कर कर कार्रवाई की है. यह बसें केवल यूपी की ही नहीं हैं. इनमें राजस्थान, बिहार, हरियाणा, पंजाब समेत कई अन्य राज्यों की बसें भी शामिल हैं. यहां की बसें वाया लखनऊ होते हुए दिल्ली के रूटों पर बिना रूट परमिट के ही दौड़ रही हैं. इनके कागज भी पूरे नहीं हैं. इस अभियान के दौरान 744 ओवरलोड ट्रकों पर भी कार्रवाई की गई.

लखनऊ एआरटीओ टीम ने 13 बसें सीज कीं: परिवहन विभाग की इस प्रवर्तन टीम में लखनऊ की एआरटीओ (प्रवर्तन) अंकिता शुक्ला, एआरटीओ (प्रवर्तन) अमित राजन राय, पीटीओ आशुतोष उपाध्याय और योगेंद्र यादव और आभा त्रिपाठी की टीम ने पांच दिन में कुल 50 बसों की जांच की है. इस दौरान परिवहन विभाग के नियमों का उल्लंघन करने वाली 13 बसों को सीज करने की कार्रवाई की गई. इस दौरान 42 बसों का चालान करके छोड़ा गया. इस अभियान में 250 ओवरलोड वाहनों की जांच की गई. जिसमें परिवहन विभाग के नियमों का उल्लंघन करने वाले 21 ट्रकों को सीज और 216 ट्रकों का चालान कर दिया गया.

यह भी पढ़ेंः आगरा हैवान बना पिता, बेटे-बहू और पोता-पोती को कमरे में पेट्रोल डालकर जलाया

पूरे प्रदेश में 2637 वाहनों का चालान: डीटीसी जोन निर्मल प्रसाद ने बताया कि एक से पांच जून तक लखनऊ संभाग, अयोध्या संभाग, देवीपाटन संभाग और बस्ती संभाग में चलाए गए अभियान में प्रवर्तन टीमों ने 99 बसों का चालान किया और 27 बसें बंद की हैं. जबकि, 657 ट्रकों का चालान और 87 ट्रकों को बंद किया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा वाहनों में 2637 का चालान किया गया और 121 वाहन बंद किए गए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊः प्रदेश में बिना परमिट के दूसरे राज्यों की निजी बसें धड़ल्ले से चल रही हैं. तमाम सख्ती के बावजूद भी यूपी परिवहन विभाग अवैध तरीके से ओवरलोड होकर चलने वाली इन बसों और इनके संचालकों पर लगाम नहीं लगा पा रहा है. लेकिन, बसों और संचालकों पर शिकंजा कसने के लिए परिवहन विभाग ने एक जून से सघन चेकिंग अभियान की शुरू किया है. इससे बस संचालकों में हड़कंप मच गया.

बिना परमिट दौड़ रहीं दूसरे राज्यों की बसें: यूपी परिवहन विभाग के अभियान में यह बात सामने आई है कि सिर्फ यूपी की ही बसें ही नहीं चल रहीं हैं, बल्कि दूसरे राज्यों की बसों को अवैध तरीके से लखनऊ से होते हुए दिल्ली और अन्य राज्यों तक ले जाया जा रहा है. इन बसों के संचालक बिना रूट परमिट लिए ही बसें दौड़ा रहे हैं. इससे कई बार बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं.

अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप: परिवहन विभाग के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद ने एक जून से पांच जून तक अवैध बसों और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान का आंकड़ा जारी किया है. इस आंकड़े से मालूम होता है कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के निजी बसें बिना परमिट के दौड़ नहीं सकती हैं.

126 अनाधिकृत बसें पकड़ीं: यूपी परिवहन विभाग के अभियान के इस विशेष अभियान में कई जिलों के एआरटीओ और पीटीओ स्तर के अधिकारी शामिल हैं. इस अभियान के दौरान प्रवर्तन टीमों ने कुल 126 बसों को अनाधिकृत रूट पर संचालित होते हुए पकड़कर कर कार्रवाई की है. यह बसें केवल यूपी की ही नहीं हैं. इनमें राजस्थान, बिहार, हरियाणा, पंजाब समेत कई अन्य राज्यों की बसें भी शामिल हैं. यहां की बसें वाया लखनऊ होते हुए दिल्ली के रूटों पर बिना रूट परमिट के ही दौड़ रही हैं. इनके कागज भी पूरे नहीं हैं. इस अभियान के दौरान 744 ओवरलोड ट्रकों पर भी कार्रवाई की गई.

लखनऊ एआरटीओ टीम ने 13 बसें सीज कीं: परिवहन विभाग की इस प्रवर्तन टीम में लखनऊ की एआरटीओ (प्रवर्तन) अंकिता शुक्ला, एआरटीओ (प्रवर्तन) अमित राजन राय, पीटीओ आशुतोष उपाध्याय और योगेंद्र यादव और आभा त्रिपाठी की टीम ने पांच दिन में कुल 50 बसों की जांच की है. इस दौरान परिवहन विभाग के नियमों का उल्लंघन करने वाली 13 बसों को सीज करने की कार्रवाई की गई. इस दौरान 42 बसों का चालान करके छोड़ा गया. इस अभियान में 250 ओवरलोड वाहनों की जांच की गई. जिसमें परिवहन विभाग के नियमों का उल्लंघन करने वाले 21 ट्रकों को सीज और 216 ट्रकों का चालान कर दिया गया.

यह भी पढ़ेंः आगरा हैवान बना पिता, बेटे-बहू और पोता-पोती को कमरे में पेट्रोल डालकर जलाया

पूरे प्रदेश में 2637 वाहनों का चालान: डीटीसी जोन निर्मल प्रसाद ने बताया कि एक से पांच जून तक लखनऊ संभाग, अयोध्या संभाग, देवीपाटन संभाग और बस्ती संभाग में चलाए गए अभियान में प्रवर्तन टीमों ने 99 बसों का चालान किया और 27 बसें बंद की हैं. जबकि, 657 ट्रकों का चालान और 87 ट्रकों को बंद किया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा वाहनों में 2637 का चालान किया गया और 121 वाहन बंद किए गए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Jun 7, 2022, 12:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.