लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम से किए गए भर्ती फर्जीवाड़े को लेकर पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. शासन ने इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है. शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक के पदों पर नौकरी बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ एसटीएफ ने किया है. एसटीएफ ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. यूपी एसटीएफ ने पकड़े गए तीनों अभियुक्तों के पास से लाइसेंसी पिस्तौल, आधा दर्जन से ज्यादा कारतूस और अन्य सामान बरामद किया है. यह तीनों अभियुक्त मैनपुरी, जौनपुर और हरदोई के रहने वाले हैं.
बीते कुछ दिनों से प्रदेश में अनामिका शुक्ला के दस्तावेजों के आधार पर कई लोग अलग-अलग जिलों में शिक्षक पद पर तैनात पाए गए थे. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से नौकरियां दिलाने वाले गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पकड़े गए तीनों अभियुक्तों के नाम पुष्पेंद्र, रामनाथ और आनंद हैं. पुष्पेंद्र सिंह उर्फ राज उर्फ सुशील उर्फ गुरु की तैनाती यूपी के फर्रुखाबाद में सहायक अध्यापक के पद पर थी. वहीं दूसरा अभियुक्त आनंद जौनपुर में जिला समन्वयक अधिकारी के पद पर नियुक्त था. वहीं पकड़ा गया तीसरा आरोपी रामनाथ की नियुक्ति हरदोई जनपद में जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में प्रधान लिपिक के पद पर थी.