लखनऊ: यूपी एसटीएफ को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में ऑनलाइन सेंटर पर सॉल्वर गैंग के सदस्य सक्रिय हैं. इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था. एसटीएफ की टीम ने शनिवार को सॉल्वर गैंग के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से 12 हजार की नकदी, 11 मोबाइल, 14 आधार कार्ड, 1 डायरी, 6 फर्जी प्रवेश पत्र व 6 बाइक बरामद की गई हैं. आगे की कार्रवाई गोरखपुर पुलिस द्वारा की जा रही है.
गोरखपुर से सभी आरोपी हुए गिरफ्तार
एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की जा रही थी. अभिसूचना संकलन के दौरान जानकारी मिली कि कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) मध्य क्षेत्र द्वारा आयोजित दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल (कार्यकारी) पुरुष और महिला भर्ती परीक्षा-2020 में सॉल्वरों के जरिये धांधली करने वाले गिरोह के सदस्य सक्रिय हैं. इनका सरगना महेंद्र सिंह है, जो सॉल्वरों को बुलाकर ऑनलाइन सेंटर पर सेटिंग कर अभ्यर्थी की जगह बैठाकर परीक्षा दिलाएगा.
शनिवार को सूचना मिली कि सॉल्वर गैंग के सदस्य पैडलेगंज चौराहे पर थाना क्षेत्र कैंट जनपद गोरखपुर में एकत्रित हैं. एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस बल के साथ जाकर मौके पर ही 12 आरोपियों को साक्ष्यों के विश्लेषण, समीक्षा और सत्यापन के उपरांत गिरफ्तार कर लिया. एक व्यक्ति मौके से फरार हो गया है, जिसकी तलाश जारी है.
सॉल्वर बैठाकर अभ्यर्थियों को चयनित कराता है ये गैंग
एसटीएफ ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों से अलग-अलग एवं एक साथ पूछताछ की गई तो पता चला कि पकड़े गए आरोपी एक गैंग चलाकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाकर अभ्यर्थियों को चयनित कराते हैं. ये सभी लोग अलग-अलग जगह से अभ्यर्थियों को लाते हैं और उनकी शक्ल, सूरत और हुलिया में मिलते जुलते सॉल्वर की व्यवस्था कर ऑनलाइन सेंटर पर वहां के कर्मचारी से सेटिगं कर अभ्यर्थियों की जगह बैठाते हैं. शनिवार को इन लोगों ने अभिषेक यादव और पिंटू यादव को सॉल्वर के तौर पर बुलाया था. सॉल्वरों को ई-परीक्षा टेक्निकल कैंपस जंगल धूसड़ निकट महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज ऑनलाइन सेंटर पर वहां के कर्मचारी जयप्रकाश से सेटिंग कर बैठाना था.