लखनऊ: राज्य ललित कला अकादमी में 25 साल से बंद छात्रवृत्ति योजना को फिर से शुरू किया गया है. साल 1995 में इस योजना को बंद कर दिया गया था. पहले इस योजना में छात्रों को एक हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलती थी, लेकिन अब पांच हजार रुपये देने का प्रावधान रखा गया है.
राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने बताया कि सन् 1995 से बंद पड़ी छात्रवृत्ति योजना को पुन: शुरू किया गया है. इसके लिए शनिवार को छात्रों के साक्षात्कार लिए गए हैं. साक्षात्कार में 60 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें से 10 छात्रों का चयन किया जाएगा. पूर्व में इस योजना के तहत लाभार्थियों को एक हजार रुपये प्रति साल में दिए जाते थे, लेकिन अब उसकी जगह पर चयनित छात्रों में प्रंत्येक को पांच-पांच हजार रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी.
सीताराम कश्यप ने बताया कि साल के अंत में उनमें से प्रत्येक छात्र को 10-10 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे, जिससे वे अपनी प्रदर्शनी भी लगा सकें. प्रदर्शनी के लिए उनको जगह भी अकादमी उपलब्ध कराएगी. उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम की पावन लीलाओं पर अकादमी परिसर में शिविर का आयोजन किया गया था. शिविर में बनाई गई कृतियों की प्रदर्शनी दीपोत्सव के समय अयोध्या में आयोजित की जाएगी.