लखनऊः यूपी संस्कृत शिक्षा परिषद (UP Sanskrit Education Board) के अधीन चलने वाले विद्यालयों में अब हिंदी और संगीत विषय की परीक्षा में एक-एक प्रश्न पत्र होंगे. माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद सोमवार को हुई मुख्य कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया. प्रभारी निदेशक माध्यमिक शिक्षा भगवती सिंह की अध्यक्षता में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गोमती नगर में आयोजित हुई बैठक में तय किया गया कि उत्तर मध्यमा में हिंदी सामान्य व हिंदी साहित्य विषय में दो पेपर की जगह अब एक ही पेपर होगा.
इसके अलावा कंठ संगीत व वाद्यय संगीत के जो अलग-अलग पेपर होते थे. उन्हें भी अब एक कर दिया गया है. अब इन दोनों विषयों को एक ही पेपर में खंड क और ख करके दो भागों में प्रश्न पूछे जाएंगे.
बैठक में 9 विद्यालयों को दी गई मान्यता: इसके अलावा बैठक में 9 वित्त पोषित विद्यालयों को इस सत्र से संचालन की भी मान्यता दी गई. इन विद्यालयों को मान्यता के साथ ही प्रदेश में अब संस्कृत विद्यालयों की संख्या बढ़कर 282 हो गई है. इसके अलावा शैक्षणिक सत्र 2023-24 के शैक्षिक कैलेंडर को मंजूरी देने के साथ ही निर्णय लिया गया है कि इस बार परीक्षाओं की मूल्यांकन राशि बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है.
परिषद के सचिव राधा कृष्ण तिवारी ने बताया कि बैठक में सभी विद्यालयों को अपने आधिकारिक वेबसाइट बनाने का निर्देश दिया गया है. इस वेबसाइट पर विद्यालय अपने यहां मौजूद सभी इंफ्रास्ट्रक्चर आवश्यक सूचना है. वह दूसरी जरूरी दिशा निर्देश समय-समय पर अपलोड करेंगे. इसके अलावा बैठक में तय किया गया कि इस साल हुए बोर्ड परीक्षा के परिणाम अप्रैल के अंत तक जारी कर दिए जाएंगे.
ये भी पढ़ें- जब मायावती सरकार में राजा पर लगा था पोटा, तब भानवी बनी थीं ढाल