लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने संविदा चालकों को बड़ी सौगात दी है. अब लंबी दूरी की बसों में दो संविदा चालक एक साथ जाएंगे फिर भी दोनों को पूरा वेतन मिलेगा. अभी तक उन्हें आधा वेतन ही दिया जाता था. इसके लिए प्रस्ताव तैयार हो गया है, जल्द ही इस पर मुहर लग जाएगी. परिवहन निगम के अधिकारी के मुताबिक निगम के इस कदम से प्रदेश भर के करीब 15000 चालकों को लाभ मिलेगा.
अभी तक ये था नियम : परिवहन निगम ने 300 किलोमीटर से ऊपर की दूरी की बसों पर दो ड्राइवरों के भेजने का नियम बना रखा है. इसके पीछे की वजह यह है कि ड्राइवर अगर थक जाता है तो फिर बस हादसे का चांस बढ़ जाता है. ऐसे में दो चालक रहने पर वे बारी-बारी से बस चलाएंगे तो इसकी गुंजाइश नहीं रहेगी. यात्रियों की यात्रा सुरक्षित और मंगलमय हो, इसीलिए परिवहन निगम लंबी दूरी के बस पर दो चालकों को भेजता है. हालांकि इससे निगम का तो फायदा होता है लेकिन चालकों का नुकसान हो जाता है. प्रति किलोमीटर की दूरी के मुताबिक वेतन पाने वाले दोनों चालकों को आधा-आधा वेतन ही मिल पाता है. इसका असर उनके इंसेंटिव भी पर भी पड़ता है. किलोमीटर पूरे न होने पर वे इस लाभ से वंचित हो जाते हैं. अब परिवहन निगम प्रशासन ने संविदा चालकों की इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दिया है. सभी चालकों की तरह ही लंबी दूरी के बस चालकों को भी डबल ड्राइवर ड्यूटी पर बराबर वेतन देने की योजना बनाई है.
संविदा चालक काफी समय से कर रहे थे मांग : लखनऊ समेत प्रदेश भर के विभिन्न डिपो से लंबी दूरी की कई हजार बसें संचालित होती हैं. इनमें तकरीबन 15000 संविदा चालक डबल ड्यूटी करते हैं. ऐसे में दोनों ड्राइवरों का किलोमीटर दोनों तरफ से बराबर ही रहता है. इसके चलते उन्हें आधा-आधा वेतन ही दिया जाता है. इससे उनका काफी नुकसान होता है. आठ हजार से ₹10000 ही वेतन बन पाता है और किलोमीटर भी पूरे नहीं हो पाते, जिससे इंसेंटिव का लाभ भी नहीं मिल पाता है. लगातार संविदा चालक परिवहन निगम प्रशासन से इसकी मांग कर रहे थे. अब यूपीएसआरटीसी प्रशासन ने इस तरफ ध्यान दिया है. जल्द ही इस पर मुहर लगने वाली है. प्रस्ताव पास होते ही प्रदेश के हजारों संविदा चालकों को इसका लाभ मिलेगा.
प्रोत्साहन योजना से मिलेगा लाभ : दीपावली पर संविदा और आउटसोर्सिंग के चालक और परिचालक कम से कम 10 दिनों तक निर्धारित औसत किलोमीटर का संचालन करते हैं तो उन्हें 350 प्रतिदिन की दर से एक साथ 3500 विशेष प्रोत्साहन का भुगतान किया जाएगा. प्रोत्साहन अवधि में औसतन 300 किलोमीटर बस संचालन करना होगा. अगर कर्मचारी 11 दिन की प्रोत्साहन अवधि तक हर रोज ड्यूटी करते हैं और किलोमीटर के मानक पूरे करते हैं तो उन्हें 400 प्रतिदिन के हिसाब से 4400 रुपए मिलेंगे. संविदा और आउटसोर्सिंग चालक परिचालकों को प्रोत्साहन अवधि में निर्धारित मानक से अधिक किलोमीटर अर्जित करने पर अतिरिक्त किलोमीटर पर 55 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा. 11 दिन लगातार ड्यूटी करने वाले डिपो कार्यशाला और क्षेत्रीय कार्यशाला में कार्यरत कर्मचारी और निगम से जुड़े आउटसोर्स कर्मचारी भी शामिल होंगे. इन्हें एकमुश्त 1800 रुपए और इस अवधि में 10 दिन ड्यूटी करने वाले कार्यशाला कर्मचारियों को एक मुश्त 1500 रुपए प्रोत्साहन मिलेगा.
क्या कहते हैं परिवहन निगम के अधिकारी : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक व प्रवक्ता अजीत सिंह का कहना है कि ऐसी योजना परिवहन निगम तैयार कर रहा है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे डबल ड्यूटी करने वाले ड्राइवर्स का भी भला हो सके. संविदा चालकों को लंबी दूरी की बसों पर ड्यूटी के दौरान पूरा भुगतान किया जा सके. इस प्रस्ताव पर मुहर लगेगी तो कई हजार संविदा चालकों को लाभ मिलेगा.
यूनियन नेता बोले-यह सराहनीय कदम है : उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रवक्ता रजनीश मिश्रा का कहना है की परिवहन निगम प्रशासन अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लगाता है तो निश्चित तौर पर संविदा ड्राइवर्स को बड़ी राहत मिलेगी. उन्हें लंबी दूरी की ड्यूटी करने पर पूरा वेतन मिलेगा जिससे उनका घर परिवार आराम से चल सकेगा. यह बहुत ही सराहनीय कदम होगा.
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