लखनऊ : उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां पर सबसे ज्यादा बिजली की खपत भी होती है. गर्मी में उपभोक्ताओं को भीषण बिजली संकट भी झेलना पड़ता है इसके पीछे एक बड़ी वजह बिजली चोर है. विभाग को अंदाजा ही नहीं लग पाता और यह बिजली चोर चोरी की बिजली से अपना घर रोशन कर विभाग को चपत लगा देते हैं, लेकिन इस तरह के बिजली चोरों का चरित्र अब बिजली मित्र उजागर कर रहे हैं.
बिजली मित्र उजागर कर रहे चोरी के मामले. बिजली मित्र गुमनाम रहकर बिजली चोरी की शिकायत पाॅवर काॅरपोरेशन के बिजली मित्र पोर्टल पर दर्ज करा रहे हैं. जिससे ऐसे चोरों को रंगे हाथों पकड़ा जा रहा है. अब तक उत्तर प्रदेश में 2800 बिजली चोर बिजली मित्रों की सहायता से पकड़े जा चुके हैं. बिजली चोरी करने वालों पर एफआईआर के साथ ही राजस्व निर्धारण भी किया गया है. उत्तर प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन ने एक मई को बिजली मित्र लिंक की शुरूआत की थी. जिसमें शिकायतकर्ता गुमनाम रहकर ऑनलाइन बिजली चोरी की जानकारी दे सकता है.
बिजली मित्र उजागर कर रहे चोरी के मामले. पहचान छिपाकर कर सकते हैं शिकायत यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम. देवराज ने बताया कि अभी तक पाॅवर काॅरपोरेशन की वेबसाइट में उपलब्ध लिंक और चैट बोर्ड पर बिजली चोरी से संबंधी शिकायतें की जा सकती थीं.इसमें शिकायतकर्ता का नाम, मोबाइल नंबर, डिस्काम का नाम और सबस्टेशन की जानकारी ली जाती थी. इससे लोग शिकायत करने में असहज महसूस करते थे. शिकायतकर्ता की इन असुविधाओं को दूर करने और उसकी गोपनीयता बनाए रखते हुए बिजली चोरी का पता लगाने के लिए यह पोर्टल बनाया गया है. शिकायतकर्ता काॅरपोरेशन की वेबसाइट www.upenergy.in के होमपेज पर जाकर बिजली मित्र लिंक bijlimitra.uppcl.org का इस्तेमाल करके सूचना दे सकता है. शिकायत दर्ज कराने के लिए शिकायतकर्ता को अपना नाम, मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर, पता बताने की जरूरत नहीं है.
यह भी पढ़ें : हिंदूवादी संगठनों ने किया प्रदर्शन, लव जिहाद के आरोपी सोनू को तत्काल फांसी देने की मांग की